OPPO ने MWC 2023 में 2050 तक अपने सभी ऑपरेशन में कार्बन तटस्थता का लिया संकल्प
2022 में OPPO ने ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन की अपनी पहली ग्लोबल लिस्ट तैयार किया है और इस डेटा का उपयोग अपनी कार्बन कटौती रणनीति पर काम करने के लिए वैज्ञानिक आधार के रूप में किया। OPPO ने 2050 तक अपने ऑपरेशन को कार्बन न्यूट्रल बनाने का संकल्प लिया है।
By Siddharth PriyadarshiEdited By: Siddharth PriyadarshiUpdated: Tue, 07 Mar 2023 06:13 PM (IST)
नई दिल्ली, ब्रांड डेस्क। हाल के वर्षों में जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर तेजी देखी गई। लगातार गर्म होता मौसम और जलवायु से संबंधित प्राकृतिक आपदाओं ने जल्द कार्यवाही करने के लिए दुनिया भर का ध्यान आकर्षित किया है। OPPO का मानना है कि पर्यावरण संरक्षण केवल साइंस और टेक्नोलॉजी की पैरेलल ग्रोथ के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है। सालों के रिसर्च और विश्लेषण के बाद OPPO ने MWC 2023 में OPPO क्लाइमेट एक्शन रिपोर्ट: क्लाइमेट प्लेजेज एंड लो कार्बन डेवलपमेंट स्ट्रैटेजी जारी की।
रिपोर्ट में OPPO पहली बार 2050 तक अपने ग्लोबल ऑपरेशन में कार्बन तटस्थता (Carbon Neutrality) प्राप्त करने का वचन देता है। ग्लोबल कंसल्टेंसी Deloitte से तकनीकी सहायता के साथ, रिपोर्ट पांच प्रमुख क्षेत्रों की रूपरेखा पर बात करती है, जहां OPPO इस लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में काम करेगा। ये पांच क्षेत्र है - लो-कार्बन मैन्यूफैक्चरिंग, प्रोडक्ट्स के कार्बन फुटप्रिंट को कम करना, कम कार्बन उत्पन्न करने वाले विकल्पों में निवेश करना, कार्बन उत्सर्जन को प्रबंधित करने के लिए डिजिटल टेक्नोलॉजी का उपयोग करना और जलवायु परिवर्तन पर काम करने के लिए उद्योग मानकों पर साथ आना।
2020 की शुरुआत में OPPO ने हर साल एक सस्टेनेबिलिटी रिपोर्ट प्रकाशित की, ताकि सस्टेनेबिलिटी लक्ष्यों की दिशा में लोगों को अपनी योजनाएं और व्यावहारिक प्रगति बताई जा सके। 2022 में OPPO ने ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन की अपनी पहली ग्लोबल लिस्ट तैयार किया है और इस डेटा का उपयोग अपनी कार्बन कटौती रणनीति पर काम करने के लिए वैज्ञानिक आधार के रूप में किया। अब नई क्लाइमेट एक्शन रिपोर्ट में OPPO ने 2050 तक अपने ऑपरेशन को कार्बन न्यूट्रल बनाने का संकल्प लिया है।
इस प्रतिबद्धता पर टिप्पणी करते हुए OPPO के संस्थापक और CEO Tony Chen ने कहा, "कार्बन न्यूट्रल बनने के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए दृढ़ संकल्प और धैर्य दोनों की आवश्यकता होगी। 'मानव जाति के लिए टेक्नोलॉजी, विश्व के प्रति लगाव' यही है हमारा मिशन और हम कार्बन न्यूट्रैलिटी को उसी उत्साह और प्रतिबद्धता के साथ आगे बढ़ाने का वादा करते हैं जो हम अपने टेक्नोलॉजिकल इनोवेशन में निवेश करते हैं।”
इनोवेशन के जरिए ग्रीन मैन्यूफैक्चरिंग और ऑपरेशन को बढ़ावा देना
OPPO ने लगातार दो वर्षों के लिए दुनिया भर में 60 से अधिक देशों और क्षेत्रों में चौथे सबसे बड़े फोन निर्माता के रूप में यूजर्स के भरोसे को जीता है। जैसे-जैसे इसका कारोबार तेजी से बढ़ रहा है, OPPO भी उतना ही चिंतित है कि इसके पर्यावरणीय प्रभाव को कैसे कम किया जाए।
OPPO के अलग-अलग ऑपरेशन, कारखानों और डेटा केंद्रों द्वारा उत्पन्न कार्बन उत्सर्जन में ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन के दो सबसे महत्वपूर्ण स्रोत हैं, जो क्रमशः 62% और 31.9% के लिए जिम्मेदार हैं। कमर्शियल ग्रोथ को जारी रखते हुए OPPO ग्रीन मैन्युफैक्चरिंग और बिजनेस ऑपरेशंस हासिल करने के लिए इनोवेटिव तरीके भी तलाश रहा है। एनर्जी की बचत और उत्सर्जन में कमी की पहल के माध्यम से 2022 के अंत तक OPPO हर साल अपने ऑपरेशन से 6000 टन ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करने में कामयाब रहा है। यह एक साल में 3,330 स्क्वायर किलोमीटर वन द्वारा अवशोषित ग्रीनहाउस गैस की मात्रा के बराबर है।
2020 से OPPO ने व्यवस्थित रूप से अपने कारखानों में प्रमुख मशीनरी के लिए एनर्जी-सेविंग अपग्रेड्स की एक सीरीज को हासिल किया है। ऐसे ही एक प्रोजेक्ट में पहले से ऑपरेटेड मशीनों को ऑटोमेट करना शामिल है। मैन्युअल कंट्रोल की तुलना में ऑटोमेटिक मशीन को वास्तविक समय की आवश्यकता के अनुसार सटीक रूप से चलाने के लिए सेट किया जा सकता है, इस प्रकार यह सिस्टम बिजली की खपत को कम से कम कर देता है। उदाहरण के लिए, कॉर्नर कटिंग वाली मशीनों के लिए शुरू किए गए ऑटोमेशन अपग्रेड से बिजली की खपत में 54% की गिरावट आई है।
इसके अलावा, OPPO कार्बन न्यूट्रल डेटा सेंटर के निर्माण पर भी काम कर रहा है। इसका पहला सेल्फ-बिल्ट डेटा सेंटर, OPPO Binhai Bay Data Centre न केवल 100% रिन्यूएबल एनर्जी का उपयोग करता है, बल्कि अत्याधुनिक, लो-कार्बन टेक्नोलॉजी का पता लगाने और उसे लागू करना भी जारी रखता है। इस एक्सप्लोरेशन के प्रमुख परिणामों में से एक GPU सर्वर क्लस्टर के लिए इमर्शन कूलिंग तकनीक का रिसर्च और इंप्लीमेंटेशन रहा है।
हम एक डिजिटल युग में जी रहे हैं, जिसमें डेटा स्टोरेज, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और हाई-परफॉर्मेंस कंप्यूटिंग की मांग लगातार बढ़ रही है। उसे देखते हुए डेटा सेंटर्स और उनके GPU सर्वर क्लस्टर की बिजली खपत भी काफी बढ़ रही है। बढ़ी हुई बिजली की खपत न केवल एक बड़ी चुनौती है, बल्कि हमें यह भी काम करना चाहिए कि उत्पादित हीट को यथासंभव कुशलता से कैसे नष्ट किया जाए। ज्यादातर पारंपरिक डेटा सेंटर्स इमारत को ठंडा करने के लिए पंखे और एयर कंडीशनर जैसे मैकेनिकल इक्विपमेंट पर निर्भर करते हैं, जो बदले में ज्यादा बिजली की खपत करते हैं और CO2 (कार्बनडाई ऑक्साइड ) के उच्च स्तर का उत्पादन करते हैं।
एनर्जी एफिशिएंसी में सुधार करने और कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए OPPO अपने डेटा सेंटर में GPU सर्वर क्लस्टर के लिए इमर्शन कूलिंग टेक्नोलॉजी का उपयोग कर रहा है। इमर्शन कूलिंग टेक्नोलॉजी एक नॉन-कंडक्टिव लिक्विड में सर्वरों के डायरेक्ट इमर्शन को संदर्भित करती है। फैन और एयर कंडीशनर जैसे डिवाइस द्वारा एक्टिव कूलिंग की आवश्यकता के बिना लिक्विड से ऑपरेशन के दौरान उत्पन्न गर्मी को सीधे खींचती है। तापमान में जो तरल बढ़ गया है, उसे सर्कुलेशन द्वारा ठंडा किया जाता है और फिर थर्मल एनर्जी को अवशोषित करना जारी रखने के लिए रिटर्न किया जाता है। फिर प्राप्त की गई हीट को अन्य क्षेत्रों जैसे हीटिंग और गर्म पानी के प्रावधान में अच्छे उपयोग के लिए रखा जाता है, जिससे पूरे सिस्टम की ऊर्जा एफिशिएंसी में काफी सुधार होता है। इमर्शन कूलिंग टेक्नोलॉजी के लगने से एनर्जी एफिशिएंसीमें 45% सुधार होता है, और एक इंडस्ट्री-डेटा सेंटर पावर यूजेस एफिशिएंसी (पीयूई) 1.15 जितनी कम होती है।