Mudra Yojana: सरकार ने आठ सालों में बांटे 23 लाख करोड़ रुपये से अधिक के लोन, आप कैसे उठा सकते हैं फायदा
Mudra Yojana प्रधानमंत्री मुद्रा योजना का उद्देश्य छोटे व्यवसायों को प्रोत्साहित करना है। इसमें तीन प्रकार के लोन -शिशु किशोर और तरुण बांटे जाते हैं। इस योजना को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 8 अप्रैल 2015 को लॉन्च किया गया था। (जागरण फाइल फोटो)
By Abhinav ShalyaEdited By: Abhinav ShalyaUpdated: Sat, 08 Apr 2023 12:17 PM (IST)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। बैंक और वित्तीय संस्थाओं की ओर से प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (Pradhan Mantri MUDRA Yojana (PMMY)) के तहत पिछले आठ सालों में 40.82 करोड़ लाभार्थियों को 23.2 लाख करोड़ के लोन बांटे जा चुके हैं। ये जानकरी सरकार की ओर से योजना शुरू होने के आठ साल पूरे होने पर दी गई।
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना को केंद्र सरकार द्वारा 8 अप्रैल,2015 को लॉन्च किया गया था। इसमें सरकार की ओर से बिना कुछ गिरवी रखे हुए व्यापार शुरू करने के उद्देश्य से छोटे व्यापारियों और नॉन- कॉरपोरेट को 10 लाख रुपये तक का लोन दिया जाता है।
वित्त मंत्रालय की ओर से जारी किए बयान के मुताबिक, पीएमएमवाई के तहत लोन बैंकों, वित्तीय संस्थाओं जैसे एनबीएफसी और माइक्रोफाइनेंस इंस्टीट्यूट के माध्यम से दिए जा रहे हैं।
68 प्रतिशत लोन महिलाओं को
पीएमएमवाई में करीब 68 प्रतिशत लोन महिला उद्यमियों को दिए गए हैं और योजना के तहत आने वाले 51 प्रतिशत खाते एससी/एसटी और ओबीसी वर्ग के उद्यमियों के हैं।वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से इस दौरान कहा गया कि पिछले आठ सालों में प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत 40.82 करोड़ लाभार्थियों को 23.2 लाख करोड़ रुपये के लोन बांटे जा चुके हैं। यह दर्शाता है कि देश के नए उद्यमियों को लोन की आसान उपलब्धता से इनोवेशन और प्रति व्यक्ति आय में निरंतर वृद्धि हुई है।आगे उन्होंने कहा कि एमएसएमई का 'मेक इन इंडिया' में बड़ा योगदान है। इनके विकास के कारण देश में घरेलू खपत के साथ-साथ निर्यात के लिए भी प्रोडक्शन बढ़ा है। एमएसएमई को पीएमएमवाई स्कीम से काफी सहारा मिला है।