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Reliance Industries ने रौशन किया भारत का नाम, इस प्रतिष्ठित सूची में बनाई जगह

मुकेश अंबानी की अगुआई वाली Reliance Industries के मूल्यांकन में 11 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है और यह बढ़कर 188 अरब डॉलर का हो गया है। लेकिन इस कंपनी की रैंकिंग तीन पायदान नीचे गिरकर 57 पर आ गई है।

By Abhishek PoddarEdited By: Updated: Sat, 21 Aug 2021 08:06 AM (IST)
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Reliance Industries दुनिया में भारत की सबसे मूल्यवान कंपनी है।

नई दिल्ली, पीटीआइ। Reliance Industries शीर्ष -500 गैर-राज्य संचालित कंपनियों (global list of top-500 non-state run companies) की वैश्विक सूची में सबसे मूल्यवान भारतीय कंपनी के रूप में उभरी है, लेकिन इसकी रैंकिंग में तीन अंकों की गिरावट भी देखी गई है। Hurun Global 500 list में पिछले साल की तुलना में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, एचडीएफसी बैंक, एचडीएफसी और भारती एयरटेल सहित कई अन्य भारतीय कंपनियों की रैंकिंग में गिरावट आई है। इस साल 12 भारतीय कंपनियों ने टॉप 500 कंपनियों की लिस्ट में अपनी जगह बनाई है। पिछले साल यह आंकड़ा 11 कंपनियों का था।

मुकेश अंबानी की अगुआई वाली Reliance Industries के मूल्यांकन में 11 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है और यह बढ़कर 188 अरब डॉलर का हो गया है। लेकिन इस कंपनी की रैंकिंग तीन पायदान नीचे गिरकर 57 पर आ गई है। रैंकिंग के लिए 15 जुलाई के मूल्यांकन को कट-ऑफ के रूप में इस्तेमाल किया गया था।

इसके अलावा टीसीएस 164 बिलियन अमरीकी डॉलर के मूल्यांकन के साथ दुनिया की 74वीं सबसे मूल्यवान कंपनी है। इसकी रैंकिंग भी एक पायदान नीचे खिसकी है। एचडीएफसी बैंक 113 बिलियन अमरीकी डालर के मूल्यांकन के साथ 124 वें स्थान पर है, इसकी रैंकिंग में भी 19 स्थान का नुकसान देखने को मिला है, जबकि इसकी मूल कंपनी एचडीएफसी के मूल्यांकन में 1 फीसद की वृद्धि हुई है। इसका मूल्यांकन बढ़कर 56.7 बिलियन US डॉलर का हो गया है। लेकिन इसकी रैंकिंग भी 52 स्थान नीचे खिसक कर 301 पायदान पर चली गई है।

साथ ही कोटक महिंद्रा बैंक का मूल्यांकन 8 फीसदी घटकर 46.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर का हो गया है, जिसके कारण यह कंपनी सूची में 96 स्थानों की गिरावट के साथ 380 वें स्थान पर आ गई है, जबकि इसकी प्रतिद्वंद्वी कंपनी आईसीआईसीआई बैंक के मूल्यांकन में 36 फीसद की वृद्धि हुई है। आईसीआईसीआई बैंक का मूल्यांकन 62 बिलियन अमरीकी डालर हो गया है, जिसके परिणामस्वरूप इसकी वैश्विक सूची की रैंकिंग में 48 स्थान का सुधार हुआ है और यह 268वें स्थान पर है।

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Hurun India के Managing Director और मुख्य शोधकर्ता अनस रहमान जुनैद ने कहा, "सूची में शामिल दो-तिहाई भारतीय कंपनियां वित्तीय सेवाओं और सॉफ्टवेयर सेवाओं की हैं। आने वाले वर्षों में, देश में स्टार्टअप क्रांति के कारण Hurun Global 500 में भारत की और अधिक कंपनियां शामिल होंगी।"

वहीं अगर वैश्विक स्तर की बात की जाए तो एप्पल दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी है। इस कंपनी के बाजार मू्यांकन में 15 फीसद की बढ़ोतरी हुई है और यह 2.4 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर का हो गया है। 'बिग 4' कंपनियों एप्पल, माइक्रोसॉफ्ट, अमेज़ॅन और अल्फाबेट के बाजार मूल्यांकन में कोविड -19 के बाद से दोगुनी वृद्धि हुई है और यह 8 ट्रिलियन अमरीकी डालर तक पहुंच गया है।