Binance पर लगा फंड में हेराफेरी करने का आरोप, धड़ाम हुआ क्रिप्टो बाजार; जानिए क्या है पूरा मामला
अमेरिकी नियामक की ओर से बाइनांस पर आरोप लगने के बाद क्रिप्टोबाजार में गिरावट देखी गई। बाइनांस दुनिया का सबसे बड़ क्रिप्टो एक्सचेंज है जो कि वर्ल्ड के 50 प्रतिशत ट्रेडिंग वॉल्यूम को हैंडल करता है। (जागरण फाइल फोटो)
By Abhinav ShalyaEdited By: Abhinav ShalyaUpdated: Tue, 06 Jun 2023 08:44 AM (IST)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। क्रिप्टोकरेंसी बाजार में पिछले 24 घंटे में बड़ी गिरावट देखने को मिली है। इसके पीछे की वजह अमेरिका के यूएस सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज कमीशन (U.S. Securities and Exchange Commission) की ओर से दुनिया के बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज बाइनांस (Binance) पर लगाया गया एक आरोप है, जिसमें कहा गया था कि बाइनांस होल्डिंग लिमिटेड द्वारा ग्राहकों के फंड का गलत तरीके से उपयोग किया है और नियामकों से झूठ बोला गया है।
क्रिप्टो बाजार पर क्या होगा इसका असर?
यूएस सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज कमीशन की ओर से दायर किए गए मुकदमें में सोलाना, कार्डानो, पॉलीगॉन,कॉसमॉस, सैंडबॉक्स, डेसेंटरलैंड, अल्गोरंड, एक्सी इन्फिनिटी, Filecoin और COTI जैसी क्रिप्टोकरेंसी का नाम भी शामिल किया गया है जो कि Binance.com और Binance.US पर ट्रेड करती हैं। इस खबर के बाद सोलाना में 13 प्रतिशत, कार्डानो में 8 प्रतिशत, पॉलीगॉन में 6 प्रतिशत और Filecoin में 10 प्रतिशत की गिरावट देखी गई।
बिटकॉइन की कीमत पर क्या हुआ असर?
बाइनांस पर लगे इन आरोपों का असर बिटकॉइन की कीमत पर भी दिखाई दिया और बिटकॉइन 6.7 प्रतिशत गिरकर 25,415 डॉलर पर पहुंच गई। बिटकॉइन दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंस है और कॉइन मार्किट कैप के मुताबिक इसका मार्किट कैप करीब 500 अरब डॉलर का है।
Binance पर क्या हैं आरोप
यूएस सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज कमीशन की ओर से दर्ज की गई शिकायत में कहा गया है कि Binance और कंपनी के सीईओ Zhao ग्राहकों की संपत्ति को गुप्त रूप से नियंत्रित करते हैं, जिससे उन्हें ग्राहकों के फंड को कम करने और डायवर्ट करने का मौका मिलता है। साथ ही कानूनों से बचने के लिए बाइनांस ने एक विस्तृत योजना बनाई है, जिसके तहत उसने अलग-अलग अमेरिकी संस्थाओं का निर्माण किया है।