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NSE पर जल्द शुरू होने जा रहा सोशल स्टॉक एक्सचेंज, SEBI ने दी हरी झंडी

Social Stock Exchange सोशल स्टॉक एक्सचेंज को जल्द शुरू किया जा सकता है। SEBI द्वारा NSE को इसे शुरू करने की अंतिम मंजूरी मिल चुकी है। साथ ही संस्थानों को इसमें लिस्ट होने के लिए रजिस्ट्रेशन करने के लिए कहा गया है। (फाइल फोटो)

By Sonali SinghEdited By: Sonali SinghUpdated: Thu, 23 Feb 2023 04:31 PM (IST)
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NSE Gets Social Stock Exchange Final nod, See Details
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। सामाजिक उद्यमों (social enterprises) के फंडिंग से जुड़ी समस्याओं को दूर करने के लिए सोशल स्टॉक एक्सचेंज (Social Stock Exchange-SSE) सेगमेंट की शुरुआत की जा रही है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के एक बयान के मुताबिक, इसके लिए SEBI से अंतिम मंजूरी 22 फरवरी को मिली गई है और ये एक अलग खंड के रूप में पेश की जा रही है।

NSE के एमडी और सीईओ आशीषकुमार चौहान ने कहा है कि जागरूकता लाने के लिए हम विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कर रहे हैं और वर्तमान में एक्सचेंज पर ऑनबोर्डिंग के विभिन्न चरणों की शुरुआत की जा रही है। इसके लिए सामाजिक उद्यमों को सोशल स्टॉक एक्सचेंज सेगमेंट में रजिस्टर्ड होने के लिए आग्रह किया गया है और लिस्टिंग से होने वाले लाभों को एनएसई के संपर्क करके समझा जा सकता है।

किनके लिए है Social Stock Exchange

सोशल स्टॉक एक्सचेंज के तहत गैर-लाभकारी संगठन (NPO) या फ़ायदेमंद सामाजिक उद्यम (FPE) या वैसे सभी संस्थान जो सामाजिक इरादे की अपनी प्रधानता स्थापित करते हैं, लिस्टेड हो सकते हैं। इस कदम से सामाजिक उद्यमों को एक दृश्यता मिलेगी, साथ ही धन जुटाने और इसके सही से उपयोग करने में मदद मिलेगी।

इस तरह से जुटा सकते हैं फंड

लिस्टिंग के बाद एनपीओ एक सार्वजनिक निर्गम या निजी प्लेसमेंट के माध्यम से जीरो कूपन जीरो प्रिंसिपल (ZCZP) को जारी करके फंड जुटाने की प्रक्रिया शुरू कर सकते हैं। वर्तमान में नियमों ने ZCZP जारी करने के लिए न्यूनतम निर्गम साइज 1 करोड़ रुपये रखा है। वहीं, सदस्यता के लिए न्यूनतम आवेदन साइज 2 लाख रुपये निर्धारित किया गया है। ऑनबोर्डिंग के लिए पहला कदम सोशल स्टॉक एक्सचेंज सेगमेंट में रजिस्ट्रेशन के साथ शुरू होता है।

प्रतिभूतियों को जारी करने की प्रक्रिया

सोशल स्टॉक एक्सचेंज के तहत प्रतिभूतियों को जारी करने और सूचीबद्ध करने की प्रक्रिया वही होगी जो एक्सचेंज की मौजूदा प्रक्रियाओं के तहत प्रतिभूतियों को जारी करने और सूचीबद्ध करने के लिए लागू होती है। इसके लिए, मुख्य बोर्ड, एसएमई प्लेटफॉर्म या इनोवेटर्स ग्रोथ प्लेटफॉर्म के लिए पात्रता मानदंड तय किए गए हैं। साथ ही सामाजिक उद्यमों के रूप में पात्र होने के लिए अलग से मानदंडों को तय किया गया है।

(एजेंसी इनपुट के साथ)

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