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TRAI की टेलीकॉम कंपनियों को चेतावनी, सेवाओं की क्वालिटी सुधारने के तुरंत लें एक्शन

ट्राई ने बैठक कर टेलीकॉम कंपनियों को सेवाओं में सुधार करने को कहा है। इसके साथ स्पैम कॉल और मैसेज को कम करने के लिए टेलीकॉम कंपनियों से एआई/ एमएल टूल्स लागू करने को लेकर चर्चा की है। (जागरण फाइल फोटो)

By Abhinav ShalyaEdited By: Abhinav ShalyaUpdated: Sat, 18 Feb 2023 12:55 PM (IST)
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Improve telecom service quality immediately: Trai to Telecom companies
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। ग्राहकों की ओर से लगातार आ रही कॉल ड्रॉप और क्वालिटी को लेकर आ रही शिकायतों को लेकर टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) ने टेलीकॉम कंपनियों से कहा कि कॉल ड्रॉप और डाटा आउटेज के मामलों को राज्य के लेवल पर रिपोर्ट किया जाए। साथ ही इन समस्याओं को सुलझाने के तत्काल प्रभाव से एक्शन लिया जाए, जिससे टेलीकॉम सेवाओं को लेकर ग्राहकों के अनुभव को बेहतर किया जा सके।

ट्राई ने बैठक कर दिया निर्देश

ट्राई के अधिकारियों ने रिलायंस जियो, भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया के बैठक कर शुक्रवार को सर्विस क्वालिटी, 5G के नियम के साथ अन्य मुद्दों पर बातचीत की। बैठक के बाद ट्राई के चेयरमैन पीडी वाघेला ने कहा कि हम कॉल ड्रॉप और सेवा की गुणवत्ता के मुद्दे की जांच कर रहे हैं, और 5जी लागू होने के बाद भी शिकायतों में वृद्धि हुई है। हमने ऑपरेटरों से सेवा की गुणवत्ता में तुरंत सुधार करने के लिए कहा है। चाहे यह 5जी के रोलआउट के कारण हो या नहीं।

उन्होंने आगे कहा कि राज्य के आधार रिपोर्टिंग से फायदा यह होगा कि किस इलाके में अधिक समस्या है। इसका आसानी से पता लगाया जा सकेगा। इसके साथ हमने राज्य के स्तर पर सेवाओं की क्वालिटी मॉनिटर करने का फैसला किया है।

टेलीकॉम सेवाओं की क्वालिटी न गिरे

इसके साथ ट्राई ने टेलीकॉम कंपनियों से कहा कि 5G नेटवर्क रोलआउट करते इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि सेवाओं की क्वालिटी न खराब हो। वहीं, टेलीकॉम कंपनियों ने भी स्वीकार किया है कि 5G रोलआउट के कारण कुछ जगहों पर नेटवर्क में परेशानी आ रही है, जिसे आगे सुधार लिया जाएगा।

स्पैम कॉल और मैसेज को कम करने की तैयारी

इसके साथ ट्राई ने गैर पंजीकृत टेली मार्केटिंग को ब्लॉक करने के लिए एआई और एमएल टूल्स लागू के बारे में  चर्चा की है। इस पर ट्राई के चेयरमैन पीडी वाघेला ने कहा कि एक नया कॉम्प्रिहेंसिव टूल (जो वोडाफोन आईडिया की ओर से टेस्ट किया जा रहा है) आने वाले दो महीनों में पूरी इंडस्ट्री में लागू हो सकता है। इससे स्पैम मैसेज में कमी आएगी।

(एजेंसी इनपुट के साथ)

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