वैश्विक ब्रांड हुआ UPI, अब सिंगापुर में हो सकेगा भुगतान; US समेत कई देशों में काम कर सकती है यूपीआई प्रणाली
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सीन लूंग की मौजूदगी में आरबीआइ के गवर्नर शक्तिकांत दास और मोनेटरी अथॉरिटी ऑफ सिंगापुर के प्रबंध निदेशक रवि मेनन मंगलवार को सिंगापुर में यूपीआई से भुगतान की शुरुआत करेंगे।
By Jagran NewsEdited By: Piyush KumarUpdated: Mon, 20 Feb 2023 07:51 PM (IST)
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। भारत में डिजिटल भुगतान का सबसे सरल माध्यम यूनिफॉयड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) वैश्विक ब्रांड बन चुका है। सिंगापुर जैसे विकसित देश में मंगलवार से यूपीआई से भुगतान कर सकेंगे। सिंगापुर के पे नाउ के साथ इस भुगतान के लिए करार किया गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सीन लूंग की मौजूदगी में आरबीआइ के गवर्नर शक्तिकांत दास और मोनेटरी अथॉरिटी ऑफ सिंगापुर के प्रबंध निदेशक रवि मेनन मंगलवार को सिंगापुर में यूपीआई से भुगतान की शुरुआत करेंगे।
नेपाल और भूटान में पहले से चल रहा यूपीआई
इससे सिंगापुर में भारतीय प्रवासियों विशेष रूप से प्रवासी कामगारों और छात्रों को ¨सगापुर से भारत में और भारत से सिंगापुर में तुरंत और कम लागत पर पैसे का हस्तांतरण करने में भी मदद मिलेगी। नेपाल व भूटान जैसे देशों में पहले से ही यूपीआई से भुगतान शुरू हो चुका है। हाल ही में इलेक्ट्रॉनिक्स व आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया था कि दुनिया के 13 देश भारत की यूपीआई प्रणाली को अपनाने के लिए राजी हो गए हैं।
अमेरिका सहित कई देशों में चल सकता है यूपीआई
मंत्रालय के मुताबिक इनके अलावा 30 देशों के साथ यूपीआई प्रणाली को अपनाने पर बातचीत चल रही है। सिंगापुर के बाद जल्द ही आस्ट्रेलिया, कनाडा, अमेरिका, हांगकांग, ओमान, कतर, यूएई व यूके जैसे देशों में यूपीआई से भुगतान आरंभ हो सकता है। फ्रांस भी यूपीआई से भुगतान की मंजूरी दे चुका है। रुपे के माध्यम से पहले से ही कई देशों में भारत की डिजिटल भुगतान सेवा काम कर रही है।
मंत्रालय के मुताबिक विभिन्न देशों के साथ यूपीआई भुगतान को शुरू कराने का काम नेशनल पेमेंट कारपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) की विदेशी शाखा एनपीसीआई इंटरनेशनल पेमेंट्स लिमिटेड के प्रयास से किया जा रहा है। मलेशिया के मर्चेंट ट्रेड एशिया ने भी यूपीआई के साथ भुगतान सेवा आरंभ करने के लिए करार किया है। थाईलैंड, वियतनाम, ताइवान व कंबोडिया जैसे देशों में भी यूपीआई शुरू करने को लेकर बातचीत चल रही है।