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बिल्डिंग से कूदकर नाबालिग के खुदकुशी मामले में आरोपित गिरफ्तार, आपत्तिजनक तस्वीरें वायरल करने दे रहा था धमकी

दुबई निवासी युवक से समीर ने नाबालिग की इंस्टाग्राम में फेक आइडी बनाकर नाबालिग की आपत्तिजनक तस्वीरें हासिल की थी। खुदकुशी से पहले भी आरोपित समीर ने युवती से गालीगलौज की थी। पुलिस ने आरोपित समीर के खिलाफ हत्‍या का मामला दर्ज कर लिया है।

By Jagran NewsEdited By: Shashank MishraUpdated: Thu, 02 Mar 2023 12:18 AM (IST)
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राजधानी रायपुर के बोरियाखुर्द आरडीए बिल्डिंग से कूदकर नाबालिग के खुदकुशी मामले में बड़ा राजफाश हुआ। है।

रायपुर, जेएनएन। राजधानी रायपुर के बोरियाखुर्द आरडीए बिल्डिंग से कूदकर नाबालिग के खुदकुशी मामले में बड़ा राजफाश हुआ है। नाबालिग के आत्‍महत्‍या मामले में पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। वह वर्तमान में दुबई में रहकर काम करता है। लंबे समय से दोनों चैट कर रहे थे। इस दौरान छात्रा ने अपनी कुछ तस्वीरें भेजीं थीं। बताया जा रहा है कि आरोपित मोहम्मद समीर नाबालिग से पिछले एक हफ्ते से गाली गलौज कर रहा था।

दुबई निवासी युवक से समीर ने नाबालिग की इंस्टाग्राम में फेक आइडी बनाकर नाबालिग की आपत्तिजनक तस्वीरें हासिल की थी। खुदकुशी से पहले भी आरोपित समीर ने युवती से गालीगलौज की थी। पुलिस ने आरोपित समीर के खिलाफ हत्‍या का मामला दर्ज कर लिया है। मोबाइल जांच और पीएम रिपोर्ट आने के बाद पुलिस और धाराएं जोड़ेगी।

दुबई के लड़के से इंस्टाग्राम पर हुई थी दोस्ती

जांच में यह भी बात सामने आई है कि खुदकुशी से पहले छात्रा का दुबई के युवक से किसी बात को लेकर विवाद हुआ था। इस दौरान युवक ने छात्रा को उसकी तस्वीर इंटरनेट मीडिया में प्रसारित करने की धमकी दी थी। इसके बाद छात्रा ने आत्मघाती कदम उठाया। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि कुछ जानकारी सामने आई हैं, जिनकी जांच की जा रही है। पुलिस के हाथ चैट भी लगे हैं। युवक लगातार कुछ दिनों से किशोरी को ब्लैकमेल कर रहा था। जल्द ही आरोपित युवक के खिलाफ एफआइआर दर्ज करेगी।

सरकारी स्कूल में पढ़ती थी। छात्रा संतोषी नगर स्थित सरकारी स्कूल में पढ़ती थी। घटना के दिन 27 फरवरी को जब लोगों ने छात्रा को भवन पर चढ़े देखा तो अवाक रह गए। नीचे खड़े लोगों ने उसे रोकने की काफी कोशिश की। आवाज देते रह, समझाते रहे, लेकिन छात्रा ने किसी की नहीं सुनी, भवन से छलांग लगा दी।

डा. डीएस परिहार, मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ, जिला स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि बचपना और किशोरावस्था भावनात्मक विकास का समय होता है। इसके अच्छे और बुरे दोनों परिणाम होते हैं। बुरे परिणाम के समय समाधान के लिए माता-पिता और गुरु का सहयोग लेना चाहिए। क्षणिक आवेश में आकर बातों को छिपाना हीन भावना की ओर ले जाता है। इसके परिणाम दुखद होते हैं। इसलिए लगातार समय-समय पर पालकों व गुरुजनों द्वारा काउंसलिंग की जरूरत भी होती है।

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