CG News: सहायक प्राध्यपकों की नियुक्ति प्रक्रिया में गड़बड़ी, रोकी गई भर्ती प्रक्रिया; कुलपति और मंत्री आए आमने सामने
महात्मा गांधी उद्यानिकी विश्वविद्यालय में 35 पदों पर सहायक प्राध्यपकों की नियुक्ति प्रक्रिया में गड़बड़ी सामने आई है इसके बाद कुलपति और मंत्री आमने सामने आ गए हैं। कुलपति कुरील बोले कि नियमों का पालन करके ही नियुक्तियां की हैं। किसी कार्यकर्ता के चयन करने के लिए तो नियम नहीं बना सकते हैं। । वहीं कृषि मंत्री बोले कि नियुक्ति में गड़बड़ी करने वालों पर कार्रवाई होगी।
By Jagran NewsEdited By: Jeet KumarUpdated: Tue, 09 Jan 2024 06:30 AM (IST)
राज्य ब्यूरो, रायपुर। महात्मा गांधी उद्यानिकी व वानिकी विश्वविद्यालय सांकरा (पाटन) में 35 पदों पर सहायक प्राध्यापकों की नियुक्ति प्रक्रिया में गड़बड़ी का मामला सामने आया है। छात्र-छात्राओं की शिकायत पर कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने भर्ती प्रक्रिया रोकने और संपूर्ण भर्ती प्रक्रिया की जांच तीन सदस्यीय समिति गठित कर सात दिवस के भीतर कराने के निर्देश दिए हैं।
मामले में विश्वविद्यालय के कुलपति ने किसी भी तरह की गड़बड़ी से इंकार करते हुए कहा कि किसी के कार्यकर्ता के चयन के लिए नियम नहीं बना सकते हैं। वहीं मंत्री कह रहे हैं कि जिसने भी गड़बड़ी की है उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। बतादें कि कांग्रेस की सरकार में यहां भर्ती प्रक्रिया शुरू हुई थी।
बताया जाता है कि भर्ती की प्रक्रिया में मनमाने तरीके से दोषपूर्ण और नियम विरूद्ध प्रक्रिया की जा रही थी। इतना ही नहीं, भर्ती के लिए गठित प्रबंध मंडल में भी अनियमितता की शिकायत छात्र-छात्राओं ने कृषि मंत्री से की थी। प्रबंध मंडल में नामांकित व्यक्ति और विशेषज्ञ विश्वविद्यालय अधिनियम के अनुरूप नहीं थे। मामले में संज्ञान लेते हुए मंत्री ने नियुक्ति प्रक्रिया को स्थगित कर दी है।
इस तरह की गड़बड़ी
बताया जाता है कि नियुक्ति के लिए तैयार किए गए स्कोर कार्ड में गड़बड़ी की शिकायत आई है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) की गाइड लाइन के अनुसार पीएचडी और नेट की परीक्षा के लिए पृथक-पृथक अंक देना था, जो कि नहीं किया गया था। इस कारण बड़ी संख्या में पीएचडी उम्मीदवार उपलब्ध होते हुए भी गैर पीएचडीधारी अभ्यर्थियों का चयन और नियुक्ति की गई।
कुलसचिव के खिलाफ भी शिकायत
विद्यार्थियों ने शिकायत में कहा कि सहायक प्राध्यापक की चयन समिति के गठन में भी दोषपूर्ण प्रक्रिया अपनाई गई थी। विश्वविद्यालय की चयन समिति में कुलसचिव द्वारा साक्षात्कार के अंक दिए गए थे, परंतु कुछ अभ्यर्थियों के चयन में कुलसचिव को अंक देने से रोक दिया गया था। बतादें के वर्तमान में कुलसचिव डा. आरएल खरे और कुलपति डा. आरएस कुरील हैं।शिकायत के आधार पर कार्रवाई
महात्मा गांधी उद्यानिकी व वानिकी विश्वविद्यालय में सहायक प्राध्यापकों की नियुक्ति के मामले में गड़बड़ी की कई शिकायतें मिली हैं। जांच के निर्देश दिए हैं। जिन्होंने गड़बड़ी की है उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। - रामविचार नेताम, कृषि मंत्री, छत्तीसगढ़
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