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Bilaspur News: छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम अजीत जोगी की बहू ऋचा पर फर्जी जाति प्रमाण पत्र मामले में एफआइआर

Chhattisgarh News छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम अजीत जोगी की बहू व जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी की पत्नी ऋचा जोगी के खिलाफ गलत जाति प्रमाण पत्र बनवाने पर मुंगेली सिटी कोतवाली पुलिस ने एफआइआर दर्ज की है।

By Jagran NewsEdited By: Sachin Kumar MishraUpdated: Thu, 17 Nov 2022 03:11 PM (IST)
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छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम अजीत जोगी की बहू पर केस, गलत जाति प्रमाण पत्र बनवाने का आरोप। फाइल फोटो
बिलासपुर, जेएनएन। Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम अजीत जोगी (Ajit Jogi) की बहू व जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी (Amit Jogi) की पत्नी ऋचा जोगी (Richa Jogi) के खिलाफ  मुंगेली के सिटी कोतवाली में फर्जी जाति प्रमाण पत्र बनाने का मामला दर्ज किया गया है।

कोर्ट जाएंगी ऋचा जोगी

संत कुमार नेताम की शिकायत पर छानबीन समिति ने जब इसकी जांच की तो इस बात की पुष्टि हुई कि ऋचा ने गोंड जाति का जो प्रमाण-पत्र बनवाया है, वह फर्जी है। उनके पूर्वज अभिलेखों में ईसाई दर्ज हैं। वहीं, ऋचा ने कहा कि यह उनके खिलाफ षड्यंत्र है। वे इससे घबराने वाली नहीं हैं। इसके खिलाफ वे कोर्ट जाएंगी।

अमित जोगी की पत्नी ऋचा जोगी पर है ये आरोप

मरवाही उपचुनाव के दौरान जाति मामले में ऋचा जोगी की जाति प्रमाण पत्र जो कि मुंगेली जिले से जारी हुआ था, उसकी शिकायत संत कुमार नेताम ने की थी। इस मामले में जांच के बाद सिटी कोतवाली मुंगेली ने एफआइआर दर्ज कर लिया है। अब फर्जी जाति प्रमाण पत्र में जिम्मेदार नौकरशाह पर भी कार्रवाई हो सकती है। आरोप है कि ऋचा जोगी ने खुद को गोंड जाति का बताते हुए जाति प्रमाण पत्र बनवाया था, जो कि गलत था। राज्य स्तरीय प्रमाणीकरण छानबीन समिति अनुसूचित जाति विकास ने इस संबंध में कलेक्टर को कार्रवाई के आदेश दिए थे।

जानिए, क्या है मामला

ऋचा जोगी की जाति का मामला मरवाही उपचुनाव के दौरान उठा था। अमित जोगी का जाति प्रमाण पत्र भूपेश बघेल सरकार ने निरस्त कर दिया था। उसी वक्त यह मसला सामने आया कि ऋचा जोगी के पास गोंड जाति का प्रमाणपत्र है, उसे भी निरस्त कर दिया गया। ऋचा जोगी को मुंगेली से 17 जुलाई, 2020 को जाति प्रमाण पत्र जारी हुआ था। जिसे 16 अक्टूबर, 2020 को निरस्त कर दिया गया था।

मुगेली थाने में दर्ज हुआ केस

इसके बाद यह मामला उच्च स्तरीय प्रमाणीकरण छानबीन समिति आदिम जाति अनुसूचित जाति विकास के पास पहुंचा। 18 जून, 2021 को इस कमेटी ने भी जिला स्तरीय छानबीन समिति की रिपोर्ट को सही मानते हुए ऋचा जोगी का जाति प्रमाण पत्र निरस्त करते हुए यह पाया कि वे गोंड जाति की नहीं, बल्कि उनके पूर्वजों के अभिलेखों में ईसाई दर्ज है। जाति की छानबीन करने वाली राज्य स्तरीय प्रमाणीकरण छानबीन समिति की सिफारिशों के अनुरूप ऋचा जोगी के विरुद्ध थाना मुंगेली में केस दर्ज कराया गया है। अब इस मामले को लेकर प्रदेश की राजनीति गरमा सकती है।

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