Chhattisgarh: स्वास्थ्य मंत्री को राज्य के नए राज्यपाल से काफी उम्मीदें, बोले- आरक्षण के फाइलों पर होगी सुनवाई
Chhattisgarh राज्य के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा राज्यपाल अनसुइया उइके के ट्रांसफर पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्होंने अपने कार्यालय में आरक्षण मामले की फाइल काफी समय से रखी है जो कि गलत है।
छत्तीसगढ़, ऑनलाइन डेस्क। छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव रविवार को जिले के एक वैवाहिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंचे थे। इससे पहले मंत्री टीएस सिंहदेव ने गुंडरदेही विधानसभा के ग्राम भाठागांव में एनएसयूआई के कार्यकर्ता से मुलाकात की। जिसके बाद ग्राम झलमला के यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने बेहद गर्मजोशी के साथ उनका स्वागत किया।
'गलत कर रही राज्यपाल'
यूथ कांग्रेस से मुलाकात के दौरान मंत्री टीएस सिंहदेव ने आरक्षण का मुद्दे उठाते हुए राज्यपाल अनसुइया उइके के ट्रांसफर पर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि राज्यपाल के कार्यालय में आरक्षण जैसे मामलों की फाइल इतने लंबे समय तक लंबित नहीं रहनी चाहिए थी। आरक्षण की फाइल विधानसभा की सर्वसम्मति के साथ पारित करने के बाद राज्यपाल के सामने पेश की गई थी, लेकिन वो इसे लेकर बैठ गई हैं, जो कि गलत है।
देरी के कारण रुकी भर्तियां
मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि ये बात सही है कि संविधान में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है कि गवर्नर कितने दिनों में प्रस्ताव को हां या न कहेंगी, लेकिन ऐसे मामलों में उन्हें अपनी सहमति या असहमति व्यक्त करने में देरी नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा, "अगर राज्यपाल इस बिल से सहमत नहीं हैं, तो इसे वापस कर देती और अगर सहमत है तो अपना हस्ताक्षर कर देती, लेकिन उन्होंने फाइल लेकर बैठे रहने का जो रास्ता निकाला वो गलत था। इस देरी के कारण राज्य में भर्ती प्रक्रिया रुक गई है।
नए राज्यपाल से काफी उम्मीदें
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा, "लोगों को जो सेवा मिलनी चाहिए, चाहे वो पुलिस विभाग की हो या फिर शिक्षा, स्वास्थ्य विभाग की हो, लेकिन जब भर्तियां नही होंगी तो सेवा कौन करेगा? मैं इसे बड़ी गलती मानता हूं, अनिश्चितकालीन तक इस निर्णय को स्थगित रखना गलत है। वहीं, मंत्री सिंहदेव ने नए राज्यपाल के आने के बाद आरक्षण के फाइल को जल्द सुलझाने की उम्मीद जताई है।
कई कांग्रेस नेता और मंत्री रहे मौजूद
इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री के साथ महिला बाल विकास एवं समाज मंत्री अनिला भेड़िया, युवा नेता कोको पाढ़ी, संजारी बालोद के पूर्व विधायक भैय्या राम सिन्हा, प्रदेश यूथ कांग्रेस उपाध्यक्ष मोनू अवस्थी, जिला पंचायत अध्यक्ष सोनादेवी देशलहरा, जिला पंचायत सदस्य ललिता पीमन साहू, कांग्रेसी कार्यकर्ताओं में चंद्रेश हिरवानी, डॉ. ओंकार महमल्ला, किशोर साहू, विनोद टावरी, साजन पटेल, संदीप साहू, आदित्य दुबे, देवेंद्र साहू, मोविता साहू, नौशाद कुरैशी, समेत कई कांग्रेसी नेता और मंत्री मौजूद थे।
अंतिम बजट आना बाकी है
वहीं, पिछले चुनाव के समय किये गए चुनावी वादों के मामले पर मंत्री सिंहदेव ने कहा कि कांग्रेस ने घोषणा पत्र में जो भी वादे किए थे, उनमें से अधिकतर पूरे भी किए हैं। कई ऐसे वादे भी हैं जो पूरे नहीं किए गए हैं क्योंकि अभी इस सरकार के कार्यकाल का अंतिम बजट आना बाकी है। उन्होंने कहा, "उम्मीद है कि इस अंतिम बजट में छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार अपने बचे हुए चुनावी वादों को भी पूरा करेगी चाहे बेरोजगारी भत्ता की बात हो या संविदा कर्मियों को नियमित करने की बात। इन तमाम मुद्दों को इस बजट सत्र के बाद पूरा किया जाएगा।"
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