Chhattisgarh: आईपीएल पर लगा रहे थे सट्टा, 100 करोड़ रुपये से ज्यादा का हुआ लेनदेन
छत्तीसगढ़ में कोरबा पुलिस ने आईपीएल में सट्टेबाजी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का राजफाश किया है। अब तक हुई जांच में सटोरियों के बैंक खातों में महादेव एप के जरिये 100 करोड़ रुपये से ज्यादा का लेनदेन सामने आया है। ऐसे में 84 बैंक खातों को पुलिस ने फ्रीज करा दिया है। गोवा से पकड़े गए आरोपितों में छत्तीसगढ़ के साथ महाराष्ट्र व हरियाणा के सटोरिये शामिल हैं।
जागरण, कोरबा। छत्तीसगढ़ में कोरबा पुलिस ने आईपीएल में सट्टेबाजी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का राजफाश किया है। अब तक हुई जांच में सटोरियों के बैंक खातों में महादेव एप के जरिये 100 करोड़ रुपये से ज्यादा का लेनदेन सामने आया है। ऐसे में 84 बैंक खातों को पुलिस ने फ्रीज करा दिया है। गोवा से पकड़े गए आरोपितों में छत्तीसगढ़ के साथ महाराष्ट्र व हरियाणा के सटोरिये शामिल हैं। इनसे नकदी, लैपटॉप और स्मार्टफोन बरामद किए गए हैं।
गिरोह के सात सदस्यों को गिरफ्तार कर पुलिस कोरबा ले आई है। पुलिस ने बताया कि कोरबा से पुराने सटोरिए प्रतीक विधवानी को आईपीएल में ऑनलाइन सट्टा खिलाते रंगे हाथ पकड़ा गया है। वह मोबाइल में वाट्सएप ग्रुप बना कर सट्टा संचालित कर रहा था। उसके बैंक खातों के लेन-देन में मिली जानकारी के आधार पर गोवा के दो ठिकानों का पता चला। जहां से महादेव एप के पैनल संचालित किए जा रहे थे। पुलिस की टीम गोवा पहुंची। छापेमारी कर सात आरोपितों को गिरफ्तार किया गया।
इसमें मनीष उदाषी निवासी सिविल लाइन रायपुर, सौरभ नरेश मनुज (22) निवासी महाराष्ट्र, मधुर सेवल वलेचा निवासी रायपुर, नारायण कुमार निषाद निवासी रायपुर, कुलदीप सिंह निवासी पोस्ट भट्टू जिला फतेहबाद, हरियाणा, टिकेंद्र मांडवी निवासी दुर्ग छत्तीसगढ़ तथा दिनेश दिलीप वासवानी निवासी महाराष्ट्र शामिल है।
बरामद किए गए ये सामान
आरोपितों के कब्जे से 13 लैपटॉप, 48 मोबाइल फोन कुल कीमत 25 लाख रुपये व 26 बैंकों के पास बुक, 14 बैंकों के चेक व 40 एटीएम कार्ड जब्त किए गए। जांच के दौरान अलग-अलग बैंकों के कुल 84 खातों के 30 लाख रुपये को होल्ड व फ्रिज कराया गया है। उन बैंक खातों में लगभग 100 करोड़ रुपये से अधिक का लेनदेन होना पाया गया है।
मास्टर माइंड प्रतीक के पास थी एप की आईडी
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यूबीएस चौहान ने बताया कि प्रतीक विधवानी गिरोह का मास्टर माइंड है। महादेव एप एम-100 व एम-151 का आईडी प्रतीक के पास ही था। वही पूरे गिरोह का संचालन कर रहा था। कोरबा की जगह उसने गोवा को अड्डा बना रखा था। उसके अपने अकेले के खाते से 1.70 करोड़ रुपये का लेनदेन हुआ है।
कुछ अन्य राज्यों में भेजी गई पुलिस की टीम
पुलिस की ओर से फ्रीज कराए गए कई बैंक खाते दूसरे राज्यों के हैं। ऐसे में पुलिस की अलग-अलग टीम बना कर कई राज्यों में भेजी गई है। महादेव एप सट्टेबाजी मामले की जांच ईडी भी कर रही है। एप पर केंद्र सरकार की ओर से प्रतिबंध लगाया जा चुका है, इसके बाद भी सट्टेबाजी संचालित की जा रही है।