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हाथों में जलाभिषेक का जल थामे कांवड़ लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किया दिव्य कांवड़ यात्रा का शुभारंभ

श्रावण सोमवार पर सोमवार को पूरा प्रदेश शिव भक्ति के रंग में सराबोर रहा। राजधानी में भी शिवभक्ति की गूंज जगह-जगह सुनाई देती रही। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गुढ़ियारी में मारुति मंगल में दिव्य कांवड़ यात्रा में हिस्सा लिया। पारंपरिक अनुष्ठान तथा पूजा पाठ करने के पश्चात मुख्यमंत्री शिव भक्तों के साथ बैठे। पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ शिव जी के भजनों के उद्घोष से पूरा परिसर गूंज उठा।

By Jagran NewsEdited By: Gaurav TiwariUpdated: Mon, 21 Aug 2023 07:40 PM (IST)
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मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेशवासियों के मंगल के लिए की पूजा-अर्चना भी
रायपुर, डिजिटल टीम। श्रावण सोमवार पर सोमवार को पूरा प्रदेश शिव भक्ति के रंग में सराबोर रहा। राजधानी में भी शिवभक्ति की गूंज जगह-जगह सुनाई देती रही। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गुढ़ियारी में मारुति मंगल में दिव्य कांवड़ यात्रा में हिस्सा लिया। पारंपरिक अनुष्ठान तथा पूजा पाठ करने के पश्चात मुख्यमंत्री शिव भक्तों के साथ बैठे। पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ शिव जी के भजनों के उद्घोष से पूरा परिसर गूंज उठा।

इस मौके पर लोकसभा सांसद दीपक बैज, संसदीय सचिव विकास उपाध्याय, नगर निगम अध्यक्ष प्रमोद दुबे भी मौजूद रहे। इसके पश्चात मुख्यमंत्री ने अपने हाथों में जलाभिषेक का जल लिया और कांवड़ को अपने हाथों में लिया। पूरा परिसर ऊँ नमः शिवाय के नारों से गूंजता रहा। मुख्यमंत्री ने पारंपरिक वाद्ययंत्रों को थाप देकर भजनगायकों का उत्साह बढ़ाया। इस मौके पर कांवड़ यात्रियों से चर्चा में मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रावण मास शिव जी का महीना है। शिव जी को आशुतोष भी कहते हैं। शिव जी बहुत जल्दी प्रसन्न होते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रावण सोमवार का दिन बहुत शुभ होता है। हम सब अपने आराध्य देवता को प्रसन्न करने जुटते हैं। लंबी कांवड़ यात्रा में जुटते हैं। प्रदेश में और देश भर में लोग दूर दूर से कांवड़ लेकर शिव जी पर जलाभिषेक करते हैं। यह अनुभव बहुत दिव्य होता है। आज गुढ़ियारी से जो कांवड़ यात्रा निकाली गई है वो दिव्य ही है इसलिए इसका नाम भी दिव्य कांवड़ यात्रा रखा गया है। मुख्यमंत्री ने दूर दूर से कांवड़ यात्रा में जुटे शिव भक्तों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि यह शुभ दिन आप सभी के जीवन में मंगल लेकर आये। आयोजकों ने बताया कि कांवड़ यात्रा का समापन महादेवघाट स्थित हटकेश्वर महादेव में जलाभिषेक कर किया जाएगा।

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