Mahadev Betting App: महादेव सट्टा ऐप घोटाले में आया नया मोड़, 6000 करोड़ की गड़बड़ी में पांच और आरोपितों के नाम शामिल
महादेव एप आनलाइन सट्टेबाजी मामले में सोमवार को ईडी ने विशेष कोर्ट में प्रथम पूरक अभियोजन परिवाद पत्र पेश किया है। 1800 पन्ने के पेश किए गए इस परिवाद पत्र में पांच और नए आरोपितों के नाम जोड़े गए हैं। परिवाद में छह हजार करोड़ रुपये की गड़बड़ी ईडी के अधिकारियों ने बताई है। 10 जनवरी को परिवाद पर दोनों पक्षों के अधिवक्ताओं के बीच बहस होगी।
जेएनएन, रायपुर। महादेव एप आनलाइन सट्टेबाजी मामले में सोमवार को ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने विशेष कोर्ट में प्रथम पूरक अभियोजन परिवाद पत्र पेश किया है। 1,800 पन्ने के पेश किए गए इस परिवाद पत्र में पांच और नए आरोपितों के नाम जोड़े गए हैं। परिवाद में छह हजार करोड़ रुपये की गड़बड़ी ईडी के अधिकारियों ने बताई है।
10 जनवरी को परिवाद पर दोनों पक्षों के अधिवक्ताओं के बीच बहस होगी। ईडी के विशेष लोक अभियोजक डॅा.सौरभ कुमार पांडेय ने बताया कि ईडी के विशेष न्यायाधीश अजय सिंह राजपूत की कोर्ट में सोमवार को महादेव बेटिंग एप सट्टेबाजी मामले का प्रथम पूरक अभियोजन परिवाद पेश किया गया।
इस परिवाद पत्र में जेल में बंद निलंबित कांस्टेबल भीम सिंह यादव, कार ड्राइवर असीम दास, खुद को महादेव एप का संचालक बताने वाले शुभम सोनी, अनिल अग्रवाल और रोहित गुलाटी को आरोपित बनाया गया है। न्यायाधीश अजय सिंह राजपूत ने दस जनवरी को परिवाद पर बहस की तिथि नियत की है।
बहस में साफ होगा कि महादेव एप सट्टेबाजी में किन-किन आरोपितों की क्या-क्या भूमिका थी। पहले परिवाद में 14 आरोपी ईडी का पहला परिवाद 21 अक्टूबर, 2023 को विशेष कोर्ट में पेश किया गया था।
इसमें 14 आरोपितों के नाम शामिल थे। ईडी ने कोर्ट को बताया था कि प्रारंभिक तौर पर 41 करोड़ की संपत्ति अटैच की गई है। 9,084 पन्ने के इस परिवाद में आपराधिक परिवाद 197 पन्नों का था, जबकि इससे संबंधित अभिलेख 8,887 पन्नों का था।
ये आरोपित शामिल ईडी द्वारा पहले पेश किए गए आपराधिक परिवाद में महादेव एप के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर, सहयोगी रवि उप्पल, निलंबित एएसआइ चंद्रभूषण वर्मा, सतीश चंद्राकर, अनिल धमानी, सुनील धमानी, विशाल आहूजा, धीरज आहूजा, पूनाराम वर्मा, शिव कुमार वर्मा, यशोदा वर्मा और पवन नत्थानी के नाम बतौर आरोपित शामिल हैं।
इनमें चंद्रभूषण वर्मा, सतीश चंद्राकर, अनिल धमानी और सुनील धमानी, निलंबित कांस्टेबल भीम सिंह यादव, असीम दास न्यायिक हिरासत में केंद्रीय जेल में बंद हैं।
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