रायपुर में सामुदायिक मदद से घूम रहा है यातायात का पहिया
कॉरपोरेट सोशल रेस्पॉन्सबिलिटी के तहत बहुत से समूह रायपुर समेत अन्य शहरों में सुरक्षा उपकरण मुहैया कराने में पुलिस की मदद कर रहे हैं।
रायपुर।नईदुनिया प्रतिनिधि : समाज को अपराध मुक्त बनाने में पुलिस प्रशासन के साथ नागरिकों की भी भूमिका होती है। प्रदेश के बड़े औद्योगिक समूहों ने भी राज्य में सुरक्षा व्यवस्था मजबूत बनाने में अपनी भूमिका निभाना शुरू कर दिया है। सीएसआर (कॉरपोरेट सोशल रेस्पॉन्सबिलिटी) के तहत बहुत से समूह राजधानी रायपुर समेत अन्य शहरों में सुरक्षा उपकरण मुहैया कराने में पुलिस की मदद कर रहे हैं। सीएसआर मद से करीब दस लाख रूपए के सुरक्षा उपकरण पुलिस को मिले हैं। जिनसे राज्य में सुरक्षा व्यवस्था मजबूत हो रही है। वहीं ट्रैफिक व्यवस्था भी बेहतर हुई है।
अब बारिश में भी मुस्तैदी ड्यूटी रहे जवान
एक समय था जब बारिश के दिनों में ट्रैफिक पुलिस के जवानों को पानी में भीगते हुए ड्यूटी करनी पड़ती थी। पुलिस जवानों की इस कर्तव्य निष्ठा पर कॉरपोरेट समूहों का ध्यान गया तो उन्होंने पुलिस जवानों को रेनकोट मुहैया कराने के बारे में सोचा। सेंट्रल बैंक ने अपनी कॉरपोरेट सामुदायिक भागीदारी समझते हुए रेनकोट मुहैया कराने का प्रस्ताव रखा। इसके बाद जवानों को रेनकोट देने की कवायद शुरू हुई ।
यातायात पर नियंत्रण के लिए क्रेन बनी मददगार
राजधानी की ट्रैफिक पुलिस को यातायात व्यवस्था को दुरूस्त करने के लिए हीरा ग्रुप ने सीएसआर मद से लाखों कीमत का क्रेन उपलब्ध कराया है। इस क्रेन की मदद से पुलिस नो पार्किंग जोन में सड़कों को बेतरतीब ढंग खड़े वाहनों को उठाकर जब्ती की कार्रवाई कर रही है। सड़क पर अगर कोई खराब या दुर्घटना में क्षतिग्रस्त हो चुके वाहन के कारण जाम लगता है तो तत्काल क्रेन की मदद से उसे किनारे कर बाधित यातायात को बहाल कर दिया जाता है।
स्टॉपर और बोर्ड मिला
ट्रैफिक पुलिस को ब्लू लाइन टीएमटी, अल्ट्रा ट्रेक, सेंट्रल बैंक समेत अन्य औद्योगिक समूहों द्वारा समय-समय पर यातायात व्यवस्था बनाने के लिए सैकड़ों की संख्या में लोहे और प्लास्टिक का स्टापर, जिकजैक, बोर्ड सीएसआर मद से दिए जा रहे हैं। अल्ट्राटेक सीमेंट कंपनी टूटे-फूटे और क्षतिग्रस्त स्टापर को मरम्मत करने का काम किया जा रहा है।
ये कहते हैं अधिकारी
विभिन्न संस्थानों द्वारा समय-समय पर अपने सीएसआर मद से ट्रैफिक पुलिस को सुरक्षा उपकरण स्टॉपर, संकेतक बोर्ड, जवानों के लिए रेनकोट उपलब्ध कराया जाता है। इन उपकरणों के मिलने से ट्रैफिक व्यवस्था संभालने में काफी मदद मिलती है।
-अभिषेक वर्मा, एडिशनल एसपी ट्रैफिक
सीएसआर से ये चीजें मिलीं
- स्टॉपर-100
- हेल्प लाइन नंबर लिखे बोर्ड-64
- बड़ी क्रेन- 1
- प्लास्टिक स्टॉपर-50
- रेनकोट-250