Mohalla Lok Adalat : पांच साल से लोग कर रहे थे शौचालय मरम्मत की मांग, मोहल्ला अदालत लगते ही शुरू हो गया काम
Mohalla Lok Adalat छत्तीसगढ़ के बिलासपुर शहर में लोक अदालत का आयोजन शनिवार को सुबह 11 बजे से किया। स्थायी लोक अदालत के अध्यक्ष पंकज जैन ने सदस्यों के साथ मिलकर सुनवाई प्रारंभ की। इस दौरान कुल 121 आवेदन प्राप्त हुए।
By Jagran NewsEdited By: Achyut KumarUpdated: Sun, 12 Feb 2023 12:48 AM (IST)
बिलासपुर, जागरण न्यूज नेटवर्क। Mohalla Lok Adalat: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर शहर की मिनीमाता बस्ती में देश की पहली मोहल्ला लोक अदालत लगी। इसमें 121 लोगों ने जनोपयोगी सुविधाओं की मांग को लेकर अर्जी दी थी। मोहल्लेवासी बीते पांच साल से खस्ताहाल सुलभ शौचालय की मरम्मत की मांग कर रहे थे। अदालत ने तुरंत ही मरम्मत का काम शुरू कर दिया। सुनवाई के दौरान वार्ड पार्षद भी मौजूद थीं। उन्होंने अपनी सहभागिता तय करते हुए भवन निर्माण में पार्षद निधि देने का प्रस्ताव अदालत के समक्ष रखा। अदालत ने इस पर अपनी सहमति दे दी।
शनिवार सुबह 11 बजे से हुआ लोक अदालत का आयोजन
लोक अदालत का आयोजन शनिवार सुबह 11 बजे से हुआ। स्थायी लोक अदालत के अध्यक्ष पंकज जैन ने सदस्यों के साथ मिलकर सुनवाई प्रारंभ की। मोहल्लेवासियों की ओर से 121 आवेदन प्राप्त हुए थे, जिसमें सड़क, पानी, बिजली और नाले व नालियों की सफाई की मांग की गई थी। इसमें से 96 आवेदनों का मौके पर ही निराकरण किया गया।
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कुछ ही घंटों में लगी नल की टोंटी
मोहल्ले के बीच चौक में नल की टोटी खराब हो गई थी। पानी सुबह और शाम व्यर्थ बहता रहता था। लोगों ने टोटी लगाने की मांग की। जैसे ही जज ने निगम के अफसरों को तलब किया कुछ ही घंटों में नल में टोटी लगा दी गई। नाली की सफाई नहीं हो रही थी। मलीन बस्ती की नालियां बजाबजा रही थीं। स्थायी लोक अदालत के अध्यक्ष पंकज जैन ने निगम के इंजीनियरों व स्वास्थ्य विभाग के अफसरों को मौके पर तलब किया। इसका प्रभावी असर भी हुआ। एक तरफ मोहल्ले में अदालत में सुनवाई हो रही थी और दूसरी तरफ नगर निगम का एक्सीवेटर नालियों की सफाई कर रहा था।
खंभों में बिजली नहीं, रात में रहता है अंधेरा
मोहल्ले के मुख्य मार्ग में लगे बिजली के खंभों में बल्ब न होने की शिकायत मोहल्ले की आशा यादव ने की। इस पर त्वरित निर्णय लेते हुए अदालत ने खंभों में बल्ब लगाने का आदेश जारी किया। बिजली बिल को लेकर सालिक राम ने शिकायत दर्ज कराई। उनका कहना था कि कम उपयोग करने के बाद भी बिजली बिल ज्यादा आ रहा है। अदालत ने बिजली कंपनी के अधिकारियों को तलब कर शिकायत को दूर करने के निर्देश दिए।रायपुर में दिखी चमकदार तस्वीर
रायपुर में 200 से अधिक आवेदनों का निराकरण मोहल्ला अदालत में हुआ। एक दिव्यांग युवक ने अदालत के सामने बेकारी दूर करने गुहार लगाई। अदालत ने पूछा कि क्या काम करना चाहते हो। उसने कहा कि अगर मदद मिले तो आसपास चाय की दुकान लगाकर परिवार का भरण पोषण कर सकता हूं। मानवीय पहलू को ध्यान में रखते हुए अदालत ने जिला न्यायालय परिसर में चाय की दुकान लगाने के निर्देश दिए। जिला प्रशासन ने चलित ठेला उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है।
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