Mohan Bhagwat In Raipur: कौशल्या माता मंदिर पहुंचे संघ प्रमुख मोहन भागवत, भूपेश बघेल का ट्वीट; शांति की अनुभूति हुई होगी
Mohan Bhagwat In Raipur आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत ने छत्तीसगढ़ में रायपुर के चंदखुरी स्थित माता कौशल्या मंदिर में दर्शन किया। इधर कौशल्या माता मंदिर के दर्शन के बाद सीएम भूपेश बघेल ने ट्वीट किया है वहां पहुंचकर भागवत को शांति की अनुभूति हुई होगी।
By Sachin Kumar MishraEdited By: Updated: Tue, 13 Sep 2022 09:15 PM (IST)
रायपुर, जेएनएन। Mohan Bhagwat In Raipur: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सरसंघचालक मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) ने मंगलवार दोपहर छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में रायपुर (Raipur) के चंदखुरी स्थित माता कौशल्या मंदिर (Kaushalya Mata Temple ) में दर्शन किया। भागवत के साथ संघ के प्रांत संघचालक डा. पूर्णेंदु सक्सेना और महानगर संघचालक महेश बिड़ला भी मौजूद थे। इधर, कौशल्या माता मंदिर के दर्शन के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने ट्वीट किया है, वहां पहुंचकर भागवत को शांति की अनुभूति हुई होगी।
हम उन्हें गौठान भी देखने के लिए आमंत्रित करते हैं जिससे गौ-माता की सेवा, उन्हें उत्पादकता से जोड़ना इत्यादि जान सकें।
संस्कृत अनिवार्य विषय के साथ स्वामी आत्मानंद स्कूल योजना के अंतर्गत तैयार शानदार स्कूल भी यदि देखेंगे तो शिक्षा, संस्कार, आधुनिकता एक साथ जोड़ना भी सीख सकेंगे। https://t.co/rck44nLlTs
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) September 13, 2022
भूपेश बघेल ने किया था ये आग्रह आरएसएस (RSS) के विशिष्टजन समन्वय बैठक में शामिल होने के लिए रायपुर पहुंचे थे। सीएम भूपेश बघेल ने मीडिया के माध्यम से डा. भागवत व संघ के अन्य पदाधिकारियों को कौशल्या माता मंदिर, गोठान और स्वामी आत्मानंद स्कूल को देखने का आग्रह किया था। संघ के पदाधिकारियों ने जब निमंत्रण नहीं मिलने की बात की तो सोमवार की शाम कांग्रेस जिलाध्यक्ष गिरीश दुबे स्वयं निमंत्रण पत्र लेकर संघ के कार्यक्रम स्थल श्री जैनम मंगल भवन पहुंचे थे। मान्यता है कि छत्तीसगढ़ भगवान श्रीराम का ननिहाल है और चंदखुरी में कौशल्या माता का एकमात्र मंदिर है। राज्य सरकार इसे प्रमुख धार्मिक स्थल बनाने के लिए यहां कई विकास कार्य करा रही है।
भूपेश बघेल का ट्वीट भूपेश बघेल ने ट्वीट किया है, हमने मोहन भागवत को माता कौशल्या मंदिर दर्शन के लिए आमंत्रित किया था। मुझे विश्वास है कि वहां पहुंचकर उन्हें शांति की अनुभूति हुई होगी। मंदिर का नया स्वरूप, मां कौशल्या की ममता, भांचा (भांजा) राम की शक्ति का एहसास हुआ होगा।
तो शिक्षा, संस्कार और आधुनिकता को एक साथ जोड़ना भी सीख सकेंगे भूपेश बघेल ने कहा है कि हम उन्हें गोठान भी देखने के लिए आमंत्रित करते हैं, जिससे गोमाता की सेवा, उन्हें उत्पादकता से जोड़ना आदि के बारे में वे जान सकें। संस्कृत अनिवार्य विषय के साथ स्वामी आत्मानंद स्कूल योजना के अंतर्गत तैयार शानदार स्कूल यदि देखेंगे, तो शिक्षा, संस्कार और आधुनिकता को एक साथ जोड़ना भी सीख सकेंगे।
क्या भागवत भाजपा से पूछेंगे मंदिर की क्यों नहीं ली सुध?कांग्रेस (Congress) संघ प्रमुख के कौशल्या धाम पहुंचने पर राजनीति शुरू हो गई है। कांग्रेस ने तंज कसते हुए कहा कि अफसोस, माता कौशल्या मंदिर के दर्शन के लिए संघ प्रमुख को कांग्रेस के औपचारिक निमंत्रण का इंतजार था। कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि मंदिर में दर्शन के बाद भागवत क्या भाजपा से पूछेंगे कि कौशल्या मंदिर की सुध 15 वर्ष तक क्यों नहीं ली? राम वनगमन पथ की सुध क्यों नहीं ली? छत्तीसगढ़ की गोशाला में 15 वर्षों तक भ्रष्टाचार और गोहत्या क्यों हो रही थी? शुक्ला ने कहा कि ऐसा पहली बार हुआ कि कांग्रेस के मुख्यमंत्री ने संघ प्रमुख को मंदिर दर्शन के लिए आमंत्रित किया। मंदिर दर्शन के बाद संघ प्रमुख को अहसास हुआ होगा कि धर्म की स्थापना के लिए विद्वेष नहीं, भावना चाहिए।
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