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UNICEF ने छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य कार्यक्रमों को सराहा, बस्तरिया हल्बी गानों की धुन पर बच्चों संग थिरके अधिकारी

यूनिसेफ इंडिया सहित यूनिसेफ के दक्षिण एशिया क्षेत्रीय संगठन के प्रतिनिधियों ने आज कोंडागांव जिले को दौरा किया एवं कोण्डागांव में नवाचार के रूप में मानसिक स्वास्थ्य एवं कुपोषण से लड़ने के लिए तैयार की गई योजनाओं की प्रशंसा की गई। इस अवसर पर स्कूल के प्राचार्यों ने स्वयंसेवकों के साथ अपने अनुभवों को साझा किया और स्वयंसेवकों ने भी अपने अनुभवों को साझा किया।

By Jagran NewsEdited By: Anurag GuptaUpdated: Wed, 20 Sep 2023 10:02 PM (IST)
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UNICEF ने छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य कार्यक्रमों को सराहा
रायपुर, ऑनलाइन डेस्क। यूनिसेफ इंडिया सहित यूनिसेफ के दक्षिण एशिया क्षेत्रीय संगठन के प्रतिनिधियों ने आज कोंडागांव जिले को दौरा किया एवं कोण्डागांव में नवाचार के रूप में मानसिक स्वास्थ्य एवं कुपोषण से लड़ने के लिए तैयार की गई योजनाओं की प्रशंसा की गई।

यूनिसेफ इंडिया के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी लुइज़ी डैक्विनो सहित यूनिसेफ के दक्षिण एशिया क्षेत्रीय संगठन के प्रतिनिधि पश्चिम अफ्रीका के रेने एहोनु एक्पिनी, बेल्जियम के गुंटर बूसरी, चोल थाबो आयुल, यूनिसेफ छत्तीसगढ़ प्रमुख जॉब ज़ैकारीया, यूनिसेफ छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य विशेषज्ञ गजेंद्र सिंह के द्वारा मंगलवार को कोण्डागांव में संचालित यूनिसेफ के कार्यक्रमों का अवलोकन किया गया।

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दल द्वारा विशेष तौर पर 'मया मंडई', 'एनिमिया मुक्त कोण्डागांव' अभियान एवं 'युवोदय कोंडानार चौम्प्स' जैसे कार्यक्रमों की प्रशंसा की गई। इसके साथ ही स्वयं सेवकों के योगदान को सराहा गया। इसके अलावा योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन हेतु कार्य योजना निर्माण पर जोर देते हुए समन्वय स्थापित कर कार्य करने हेतु गहन विमर्श किया गया।

इस अवसर पर यूनिसेफ के दल द्वारा केशकाल विकासखण्ड के अंतर्गत बांधापारा और नाकापारा आंगनबाड़ी केंद्र में ग्राम स्वास्थ्य स्वचछता 'मया मंडई', पोषण दिवस और एनिमिया मुक्त कोण्डागांव के बारे में युवाओं एवं ग्रामीणों के संग चर्चा की। उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, मितानिन और एएनएम से टीकाकरण, एनीमिया मुक्त कोण्डागांव के कार्यों के बारे में जानकारी ली। दल के द्वारा जिले में संचालित सामुदायिक मानसिक स्वास्थ्य संबंधित कार्यों पर विचार विमर्श किया।

उन्होंने विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेते हुए बस्तरिया हल्बी गानों की धुन पर बच्चों एवं युवोदय स्वयं सेवकों के संग नृत्य किया। इस दौरान उन्होंने योजनाओं के जमीनी स्तर पर क्रियान्यवन के बारे में जाना। साथ ही स्कूलों में स्वयंसेवकों द्वारा मानसिक स्वास्थ्य के बारे में फैलाई जा रही जागरूकता और समुदाय में उनके योगदान पर चर्चा की।

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इस अवसर पर स्कूल के प्राचार्यों ने स्वयंसेवकों के साथ अपने अनुभवों को साझा किया और स्वयंसेवकों ने भी मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के परिणामस्वरूप उनके जीवन में परिवर्तनों एवं अनुभवों को साझा किया। इस दौरान कलेक्टर दीपक सोनी, बीएमओ डॉ. एएल रोहलेडर, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. रूद्र कश्यप, सीडीपीओ दिपेश बघेल, बीपीएम उमेश मरकाम, प्रियंका वर्मा सहित जिले के अन्य अधिकारी एवं सक्रिय स्वयंसेवक उपस्थित थे।

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