AFG vs NZ Test: 'अफगानिस्तान के पास बेहतर सुविधाएं हैं', ग्रेटर नोएडा स्टेडियम विवाद को लेकर BCCI की भारी फजीहत
AFG vs NZ One Off Test मैच की शुरुआत 19 सितंबर से होना था लेकिन तीन दिन बीत जाने के बाद अभी तक शुरू नहीं हो पाया है। लगातार तीसरे दिन भी मुकाबले में टॉस नहीं हो सका क्योंकि तीसरे दिन बारिश ने खेल बिगाड़ दिया। इस वजह से तीसरे दिन की सुबह ही स्टंप का फैसला लिया गया। अब एसीबी ने बीसीसीआई पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड (AFG vs NZ) के बीच एकमात्र टेस्ट मैच की शुरुआत 9 सितंबर से होनी थी, लेकिन बारिश की वजह से पहले दिन का खेल बाधित हुआ। इसके बाद गीली आउटफील्ड के चलते दूसरे दिन भी मैदान को सुखाने में ग्राउंड स्टाफ लगे रहे, लेकिन वह मैदान को सुखाने में नाकाम रहे।
दूसरे दिन का खेल फिर गीली आउटफील्ड की वजह से रद्द करने का फैसला लिया गया। तीसरे दिन हर किसी को उम्मीद थी कि ये मैच शुरू होगा, लेकिन ग्रेटर नोएडा में बारिश ने सारे अरमानों पर पानी फेर दिया और लगातार तीसरे दिन भी टेस्ट का टॉस तक नहीं हो सका।
मेजबान अफगानिस्तान के ग्रेटर नोएडा वेन्यू को टेस्ट के लिए चुनने के बाद जमकर विवाद हो रहा है, क्योंकि अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड के पास नोएडा के अलावा टेस्ट मैच की मेजबानी की जगह चुनने के और भी ऑप्शन थे। इस बीच एसीबी ने तीसरे दिन का खेल बारिश की वजह से रद्द होने के बाद बीसीसीआई की बेइज्जती कर दी है।
AFG vs NZ Test: ग्रेटर नोएडा स्टेडियम विवाद को लेकर BCCI की भारी फजीहत
दरअसल, ग्रेटर नोएडा स्टेडियम को लेकर हो रहे विवाद के बीच अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने दावा किया है कि नोएडा स्टेडियम काफी सालों से नहीं बदला। एसीबी ने कहा कि मौजूदा स्टेडियम में अफगानिस्तान के पास ग्रेटर नोएडा वेन्यू से बेहतर सुविधाएं हैं।
एसीबी अधिकारी ने द इंडियन एक्सप्रेस से पहले कहा था कि आप मुझ पर विश्वास नहीं करेंगे लेकिन अफगानिस्तान के स्टेडियमों में इससे बेहतर सुविधाएं हैं। हमने पिछले कुछ सालों में अपने बुनियादी ढांचे में सुधार किया है ,लेकिन जैसा कि शाहिदी ने बताया कि यहां कुछ भी नहीं बदला है।
यह भी पढ़ें: AFG vs NZ Test Day 3: एकमात्र टेस्ट पर 'इंद्रदेव' पड़ रहे भारी, टॉस भी नहीं हुआ और तीसरे दिन का खेल रद्द
अधिकारी ने आगे दावा किया कि एसीबी न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच की मेजबानी लखनऊ या देहरादून में करना चाहता था। लेकिन, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने इसके अनुरोध को ठुकरा दिया, जिससे आयोजन स्थल के रूप में ग्रेटर नोएडा को चुनने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा।हमारी पहली पसंद लखनऊ स्टेडियम था और दूसरा देहरादून था। हमारे अनुरोधों को बीसीसीआई ने खारिज कर दिया था और हमें बताया गया था कि दोनों राज्य अपनी-अपनी टी20 लीग की मेजबानी कर रहे हैं। यह एकमात्र मैदान उपलब्ध था और हमारे पास कोई अन्य विकल्प नहीं बचा था।