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टेस्ट टीम में कप्तान बनने के दावेदार रविचंद्रन अश्विन, पाकिस्तान के पूर्व गेंदबाज का दावा

हाल ही में बांग्लादेश के खिलाफ मीरपुर टेस्ट में मैच जिताऊ पारी खेलने वाले रविचंद्रन अश्विन को लेकर पाकिस्तान के पूर्व गेंदबाज दानिश कनेरिया ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि अश्विन टीम इंडिया के लिए टेस्ट कप्तान के सबसे बड़े दावेदार हैं।

By Jagran NewsEdited By: Sameer ThakurUpdated: Wed, 28 Dec 2022 12:31 PM (IST)
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रविचंद्रन अश्निन, ऑलराउंडर भारतीय क्रिकेट टीम (फोटो क्रेडिट ट्विटर)
नई दिल्ली, स्पोर्ट्स डेस्क। बांग्लादेश के खिलाफ मीरपुर टेस्ट में रविचंद्रन अश्विन द्वारा खेली गई 42 रन की मैच जिताऊ पारी ने उन्हें टेस्ट में ऑलराउंडर के तौर पर पूरी तरह से स्थापित कर दिया है। उन्होंने, उस मैच में न केवल बल्ले से कमाल की पारी खेली बल्कि गेंद से भी 6 विकेट हासिल किया। मीरपुर टेस्ट में जब टीम इंडिया 74 रन पर 7 विकेट खोकर हार के कगार पर थी तो अश्निन ने अय्यर के साथ मिलकर 8वें विकेट के लिए 71 रन की साझेदारी की थी।

अब पाकिस्तान के पूर्व स्पिन गेंदबाज दानिश कनेरिया ने टीम इंडिया में रविचंद्रन अश्विन के रोल को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने अश्विन को टेस्ट टीम में कप्तानी का सबसे बड़ा दावेदार बताया है।

कनेरिया ने अपने यूट्यूब चैनल के माध्यम से कहा कि रविचंद्रन अश्विन को भारत की टेस्ट कप्तानी का सबसे बड़ा दावेदार होना चाहिए। उनमें अब भी काफी क्रिकेट बची हुई है। वह बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में अपनी चतुराई दिखाते हैं। ऐसा लगता है कि जब वह मैदान में होते हैं तो लगातार खेल के बारे में सोचते रहते हैं।

उन्होंने आगे कहा "बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे टेस्ट में भारत दबाव में था, लेकिन अश्विन ने इस विषम परिस्थिति में शांत तरीके से एक बेहतरीन पारी खेली और टीम इंडिया को बचा लिया। उन्होंने कई मौकों पर ऐसा किया है। भारतीय टीम जब पहले अनिल कुंबले के बिना खेलती थी तो कमजोर नजर आती थी अब वही चीज अश्विन के बिना टीम में नजर आती है। उनकी 42 रन की पारी सेंचुरी से कम नहीं है।

आपको बता दें कि जबसे विराट कोहली ने कप्तानी छोड़ी है तबसे रोहित शर्मा को क्रिकेट के तीनो फॉर्मेट का कप्तान बनाया गया था, लेकिन इंजरी और ब्रेक के कारण कभी केएल राहुल तो कभी शिखर धवन को वनडे टीम की जिम्मेदारी दी गई है। ऐसे में रविचंद्रन अश्विन एकमात्र ऐसे अनुभवी खिलाड़ी हैं जिन्हें अब तक यह जिम्मेदारी नहीं मिली है।