देवदत्त पडिक्कल को केएल राहुल की जगह तीसरे टेस्ट के लिए भारतीय टीम में शामिल किया गया है। कर्नाटक के बल्लेबाज ने भारतीय टीम में चुने जाने पर खुशी जताई और साथ ही वो मुश्किल समय याद किया जब गंभीर बीमारी के कारण उनका 10 किग्रा वजन घट गया था। पडिक्कल ने कहा कि उन्हें अपने ऊपर गर्व है कि गंभीर बीमारी से उबरकर भारतीय टीम में जगह बना सके।
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। कर्नाटक के बल्लेबाज देवदत्त पडिक्कल को पहली बार भारतीय टेस्ट टीम में शामिल किया गया है। बीसीसीआई ने सोमवार को घोषणा की थी कि 23 साल के देवदत्त पडिक्कल को केएल राहुल की जगह तीसरे टेस्ट के लिए स्क्वाड में शामिल किया गया है। राहुल को क्वाड्रीसेप्स चोट है, जिससे वह उबरने में नाकाम रहे हैं।
देवदत्त पडिक्कल को टेस्ट टीम में जगह पाने की जानकारी कर्नाटक और तमिलनाडु के बीच रणजी ट्रॉफी मैच का दिन समाप्त होने के बाद मिली। कर्नाटक ने चेपॉक स्टेडियम में तमिलनाडु पर पहली पारी के आधार पर बढ़त हासिल की और अहम अंक हासिल किए। देवदत्त पडिक्कल ने इसमें अहम भूमिका निभाई।
बाएं हाथ के बल्लेबाज ने पहली पारी में 151 रन बनाए और दूसरी पारी में उन्होंने 36 रन बनाए। देवदत्त ने मौजूदा सीजन में लाल गेंद क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन किया है। टेस्ट टीम में चुने जाने के बाद देवदत्त पडिक्कल ने कहा कि उन्हें अपने प्रयासों पर गर्व है क्योंकि 2022-23 सीजन में वो गंभीर बीमारी से जूझे थे। पडिक्कल ने टीओआई से बातचीत में अपने दिल की बात खोलकर रखी।
देवदत्त पडिक्कल ने क्या कहा
अब भी विश्वास नहीं हो रहा है। टेस्ट टीम हमेशा से सपना रहा है और यह मौका कुछ कड़े सालों के बाद मिला। मुझे गर्व है कि कड़ी मेहनत का फल मिला। मैं अपने परिवार और शुभचिंतकों का शुक्रिया अदा करना चाहूंगा, जिन्होंने हमेशा मेरा साथ दिया।
बीमारी से लौटना बहुत मुश्किल था। सबसे बड़ी चुनौती था शारीरिक रूप से फिट होना। मेरा 10 किग्रा वजन घट गया था। मुझे सही भोजन लेना था और मांसपेशी व ताकत दोबारा हासिल करने के लिए ध्यान देने की जरुरत थी।
देवदत्त पडिक्कल का शानदार फॉर्म
देवदत्त पडिक्कल इस समय शानदार फॉर्म में हैं। उन्होंने भारत ए के लिए इंग्लैंड लायंस के खिलाफ शतक और अर्धशतक जमाया। फिर तमिलनाडु के खिलाफ रणजी ट्रॉफी मैच में उन्होंने कमाल का प्रदर्शन किया। बाएं हाथ के बल्लेबाज ने रणजी ट्रॉफी के मौजूदा सीजन में 4 मैचों में 92.66 की औसत से 556 रन बनाए, जिसमें तीन शतक शामिल हैं।