Champions Trophy: 'भारत के बिना चैंपियंस ट्रॉफी का कोई विकल्प नहीं', इंग्लैंड ने जय शाह के सामने रख दी यह मांग
आगामी चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पाकिस्तान अपनी तैयारियों में जुटा हुआ है। फरवरी-मार्च में होने वाले इस आईसीसी टूर्नामेंट के लिए सबसे बड़ा विषय यह है कि क्या भारत को पाकिस्तान में चैंपियंस ट्रॉफी खेलने की इजाजत मिलेगी या नहीं। ऐसे में इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट के चेयरमैन ने कहा कि भारत के बिना चैंपियंस ट्रॉफी का कोई मतलब नहीं है। जय शाह से कोई रास्ता निकले की मांग की।
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) के शीर्ष अधिकारियों ने चैंपियंस ट्रॉफी को लेकर अपना पक्ष रखा है। उनका कहना है कि भारत की भागीदारी के बिना आगामी चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन करने का कोई विकल्प ही नहीं। फरवरी-मार्च में होने वाले टूर्नामेंट के साथ, इस बात को लेकर चिंताएं बढ़ रही हैं कि क्या भारत मौजूदा राजनीतिक तनाव के कारण मेजबान देश पाकिस्तान की यात्रा करने की अनुमति दी जाएगी या नहीं।
गौरतलब हो कि भारत ने 2008 से पाकिस्तान में क्रिकेट नहीं खेला है। पाकिस्तान की यात्रा करने के लिए टीम को भारत सरकार की मंजूरी की आवश्यकता होती है। दोनों देशों के बीच संवेदनशील राजनीतिक संबंधों को देखते हुए, भारत को सरकारी मंजूरी मिलने की संभावना कम ही लगती है। नतीजतन, टूर्नामेंट के लिए हाइब्रिड मॉडल की संभावना बन रही है। पिछले साल के एशिया कप में भी इसका उपयोग किया गया था। ऐसे में इंग्लैंड क्रिकेट ने चिंता जाहिर की है।
ईसीबी चेयरमैन ने की बड़ी मांग
ईसीबी के चेयरमैन रिचर्ड थॉम्पसन ने चैंपियंस ट्रॉफी की सफलता में भारत की भागीदारी के महत्व पर जोर दिया। थॉम्पसन ने ईसीबी के सीईओ रिचर्ड गोल्ड के साथ पाकिस्तान की अपनी यात्रा के दौरान कहा कि यह क्रिकेट के हित में नहीं होगा कि भारत चैंपियंस ट्रॉफी में न खेले। यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है, जब वैश्विक क्रिकेट समुदाय भारत के निर्णय पर स्पष्टता का इंतजार कर रहा है।
थॉम्पसन ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के वर्तमान सचिव और आईसीसी के आने वाले अध्यक्ष जय शाह की भूमिका की ओर भी इशारा किया, जो भारत की भागीदारी निर्धारित करने में भूमिका निभाएंगे। उन्होंने कहा, 'जय शाह के अब आईसीसी के अध्यक्ष बनने के बाद, यहां बड़ी भूमिका निभानी होगी। मुझे लगता है कि वे कोई रास्ता निकाल लेंगे। उन्हें कोई रास्ता निकालना ही होगा।'
भारत की भागीदारी होगी अहम
इस आयोजन से पहले के महीनों में भारत की भागीदारी के बारे में चर्चाएं तेज होने की उम्मीद है। दिसंबर में जय शाह के ICC अध्यक्ष पद संभालने से पहले इस पर निर्णय लिया जा सकता है। भारत-पाकिस्तान मुकाबलों के दौरान आमतौर पर होने वाली सुरक्षा चिंताओं के बावजूद, थॉम्पसन ने कहा कि दोनों क्रिकेट बोर्डों के बीच मौजूदा संबंध जितने सौहार्दपूर्ण हो सकते हैं, उतने ही सौहार्दपूर्ण हैं।
पाकिस्तान, जिसने हाल ही में सफलतापूर्वक अंतरराष्ट्रीय मैचों की मेजबानी की है, ने 1996 के वनडे वर्ल्ड कप की सह-मेजबानी के बाद से कोई ICC इवेंट आयोजित नहीं किया है। चैंपियंस ट्रॉफी की तैयारियां जारी रहने के दौरान, थॉम्पसन को उम्मीद है कि भारत की भागीदारी के बारे में अंतिम निर्णय अंतिम समय में हो सकता है। हालांकि, उन्होंने उम्मीद जताई कि कोई न कोई हल निकाला जाएगा।यह भी पढे़ं- IPL 2025: हेनरिक क्लासेन को 23 करोड़ रुपये में रिटेन कर सकती है SRH, ट्रेविस हेड-अभिषेक भी लिस्ट में शामिल
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