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हुड्डा के 'हार्ड हिटिंग' से परेशान थे टीम इंडिया के पूर्व कोच, ट्रेनिंग सेशन से रखना चाहते थे दूर!

जिम्बाब्वे दौरे पर अनोखा रिकॉर्ड बनाने वाले टीम इंडिया के मीडिल ऑर्डर बल्लेबाज दीपक हुड्डा को लेकर पूर्व भारतीय फील्डिंग कोच ने एक किस्सा शेयर किया है। उन्होंने बताया है कि कैसे हुड्डा के साथ कोई भी कोच प्रैक्टिस सेशन में नहीं जाना चाहते थे।

By Sameer ThakurEdited By: Updated: Tue, 23 Aug 2022 10:32 AM (IST)
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दीपक हुड्डा, बल्लेबाज टीम इंडिया (फोटो क्रेडिट ट्विटर)

नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। दीपक हुड्डा इन दिनों जिम्बाब्वे दौरे पर हैं जहां उन्होंने एक ऐसा अनोखा रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है जो किसी भी भारतीय बल्लेबाज के पास नहीं। दरअसल हुड्डा ने जबसे डेब्यू किया है तब से उन्हें एक भी हार का सामना नहीं करना पड़ा है। जिम्बाब्वे के खिलाफ तीसरा और आखिरी मैच उनके करियर का 17वां मैच था। हुड्डा ने जब से इंटरनेशन क्रिकेट में डेब्यू किया है तब से लेकर अब तक उनकी 17वीं जीत थी।

27 साल के हुड्डा ने आइपीएल से लेकर अब तक खुद को साबित किया है। उनकी मेहनत को लेकर कई पूर्व क्रिकेटर अपनी प्रतिक्रिया दे चुके हैं। इस सूची में एक नया नाम जुड़ा है टीम इंडिया के पूर्व फील्डिंग कोच आर श्रीधर का जिन्होंने हुड्डा से जुड़ी हुई एक मजेदार किस्सा शेयर किया है।

दीपक हुड्डा का अनोखा रिकॉर्ड

  • दीपक हुड्डा बने टीम इंडिया के लकी चार्म
  • लगातार 17 इंटरनेशनल मैचों में मिली जीत
  • 9 टी20 और 8 वनडे मैचों में मिली लगातार जीत
  • फरवरी 2022 में टी20 से किया था डेब्यू
  • रोमानिया के खिलाड़ी सात्विक नादीगोटला को पीछे छोड़ा

उन्होंने हुड्डा के अंडर-19 के दिनों को याद करते हुए कहा है कि उन्हें सब कोच किलर के नाम से बुलाते थे। क्रिकेट डॉट कॉम से बात करते हुए उन्होंने कहा "मैं उन्हें अंडर-19 के दिनों से जानता हूं जब वह उत्साही और मेहनती थे। मैं उन्हें कोच किलर कहता था क्योंकि उन्हें प्रैक्टिस करना खूब पसंद था।

अंडर-19 के दिनों में भी वह आकर पूछते थे, 'सर, पावर-हिटिंग सेशन करते हैं'। उसे यह पसंद है। आगे बात करते हुए उन्होंने कहा कि 'कई कोच उनके हार्ड हिटिंग के चलते उनके साथ प्रैक्टिस सेशन में नहीं जाना चाहते थे और मना कर देते थे। वह अक्सर गेंद को स्टेडियम के बाहर मार देते थे। मैं उनसे कहता था कि आप मेरे साथ प्रैक्टिस सेशन में नहीं आ रहे हैं क्योंकि आप स्टेडियम से बाहर मारते हैं और मेरी महंगी कूकाबूरा गेंद खो जाती है।'

हुड्डा को भले जिम्बाब्वे के खिलाफ ज्यादा बल्लेबाजी करने के मौके न मिले हो लेकिन उनका नाम एशिया कप स्क्वॉड में भी है। यदि उन्हें अंतिम ग्यारह में मौका मिला तो उम्मीद है कि हुड्डा एशिया कप में अपने बल्ले से कमाल दिखा पाएंगे।