Harmanpreet Kaur: 'मेरे लिए क्रिकेट भगवान की तरह है...', IND W vs NEP W के खिलाफ मैच से पहले भारतीय टीम की कप्तान का बड़ा बयान
नेपाल महिला क्रिकेट टीम के खिलाफ मैच से पहले भारतीय महिला टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने कहा कि क्रिकेट मेरे लिए भगवान की तरह है। उनके इस बयान से ये पता चलता है कि उनका इस खेल से कितना गहरा जुड़ाव है। इसके साथ ही हरमनप्रीत कौर ने स्टार स्पोर्ट्स से बातचीत में अपने जीवन से जुड़े कई अनसुने किस्सों के बारे में भी बताया।
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। महिला एशिया कप 2024 का 10वां मैच भारतीय टीम और नेपाल (IND-W vs NEP-W) के बीच आज खेला जाना है। इस मैच से पहले भारतीय महिला टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर (Harmanpreet Kaur) ने स्टार स्पोर्ट्स से बातचीत करते हुए एक बड़ा बयान दिया। हरमनप्रीत ने कहा कि क्रिकेट उनके लिए भगवान की तरह है, क्योंकि उन्हें इसने सब कुछ दिया है। इस दौरान उन्होंने अपने जीवन से जुड़े कई अनसुने किस्सों को भी शेयर किया।
‘विमेंस इन ब्लू’ की नजरें नेपाल को हराकर जीत की हैट्रिक लगाने पर होगी। भारतीय टीम ने अभी तक एशिया कप 2024 में अपने लगातार दो मैच में जीत हासिल की है और सेमीफाइनल की जगह लगभग पक्की कर ली है।
Harmanpreet Kaur ने क्रिकेट को बताया भगवान
दरअसल, भारतीय महिला क्रिकेट टीम (India's Women Cricket Team) की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने स्टार स्पोर्ट्स से बातचीत करते हुए कहा कि क्रिकेट, मुझे लगता है, मेरे लिए सब कुछ है। क्रिकेट के बिना, मुझे नहीं लगता कि मैं कुछ भी होती। वह पहचान जो क्रिकेट ने मुझे दी है, वह मुझे किसी और क्षेत्र से नहीं मिल सकती थी। इसलिए मेरे लिए, क्रिकेट एक भगवान की तरह है।पहली बार इंडियन जर्सी पहनकर Harmanpreet Kaur ने क्या सोचा था?
हरमनप्रीत (Harmanpreet Kaur) ने आगे कहा कि बचपन में मैंने जो भी सपना देखा था, खेलते समय जो भी सपना देखा था, वह सब मुझे क्रिकेट ने ही दिया है। मैं कह सकता हूं कि मैदान के बाहर, जब मैंने पहली बार भारतीय जर्सी पहनी थी, तो मैंने पहली बार इसे पहनने के बाद एक फोटो ली थी, और मैं बस यही सोच रहा था कि यह फोटो सबसे पहले किसे भेजना चाहिए। क्या मुझे इसे अपने माता-पिता को भेजना चाहिए, या उस कोच को जिसने मुझे यह मंच दिया, मुझे अपने स्कूल में दाखिला दिलाया और कहा मैं आपके लिए स्कूल में क्रिकेट शुरू करूंगा?" मैं कंफ्यूज में थी कि पहले किसे भेजूं, क्योंकि दोनों मेरे लिए जरूरी थे।