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IND vs NZ: CSK के कारण बेंगलुरु में भारत को मिली हार, रचिन रवींद्र ने कर दिया खुलासा, जानिए क्या है मामला

न्यूजीलैंड ने बेंगलुरु में खेले गए टेस्ट मैच में भारत को हरा दिया। इसी के साथ न्यूजीलैंड ने 36 साल बाद भारत में अपनी पहली टेस्ट जीत हासिल की। कीवी टीम की इस जीत के हीरो रहे बाएं हाथ के युवा बल्लेबाज रचिन रवींद्र जिन्होंने शतकीय पारी खेली। रवींद्र आईपीएल में सीएसके के तरफ से खेलते हैं और उन्होंने अपनी शानदार पारी के लिए सीएसके को भी श्रेय दिया है।

By Abhishek Upadhyay Edited By: Abhishek Upadhyay Updated: Sun, 20 Oct 2024 03:36 PM (IST)
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रचिन रवींद्र ने भारत के खिलाफ जमाया शतक
 स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। रचिन रवींद्र पहली बार भारत में टेस्ट सीरीज खेल रहे हैं। यहां अपने पहले ही टेस्ट मैच में उन्होंने बेहतरीन बल्लेबाजी की और बेंगलुरु में भारत के खिलाफ खेले गए पहले टेस्ट मैच की पहली पारी में शतक जमाया। बाएं हाथ के इस बल्लेबाज को पहले टेस्ट में मैन ऑफ द मैच चुना गया। मैच के बाद रवींद्र ने बताया कि चेन्नई सुपर किंग्स में खेलने का उन्हें फायदा मिला और इसी कारण वह शतक जमा सके।

न्यूजीलैंड ने भारत को पहली पारी में महज 46 रनों पर ढेर कर दिया था। अपनी पहली पारी में कीवी टीम ने 402 रन बनाए थे जिसमें से 134 रन अकेले रवींद्र के थे। भारत ने दूसरी पारी में 462 रन बना न्यूजीलैंड को 107 रनों का टारगेट दिया था जो मेहमान टीम ने आखिरी दिन हासिल कर लिया। दूसरी पारी में रवींद्र 39 रन बनाकर नाबाद रहे।

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सीएसके के साथ रहकर मिला फायदा

रवींद्र ने बताया कि उन्होंने उपमहाद्वीप दौरे के लिए तैयारी की थी। उन्होंने ये भी बताया कि आईपीएल-2024 में चेन्नई सुपर किंग्स के साथ रहने और प्रैक्टिस करने का उन्हें फायदा मिला। मैन ऑफ द मैच चुने जाने के बाद रवींद्र ने कहा, "जब आपके सामने उपमहाद्वीप के छह टेस्ट हों तो आप अतिरिक्त मेहनत करते हैं। मैं अलग-अलग पिचों पर खेलने की तैयार कर रहा था। चेन्नई में लाल और काली मिट्टी की पिच थी। वहां मैंने देखा कि मैं कहां बैटिंग कर सकता हूं।"

उन्होंने कहा, "वहां अच्छा सेटअप था। ओपन विकेट थी, अलग-अलग पिचों पर प्रैक्टिस करते थे। हर दिन नेट्स होता था। हर दिन नेट बॉलर्स रहते थे। वो अनुभव अमूल्य है। उन सभी लोगों का शुक्रिया।"

लगातार बज रह था फोन

रवींद्र ने बताया कि बेंगुलरु में शतक जमाने के बाद उनका फोन लगातार बज रहा था। उन्होंने कहा, "मैं अच्छी पोजिशन में रहते हुए स्कोर करना चाहता था। स्ट्राइक रोटेट करना चाहता था, सिर्फ अटैक नहीं। मेरा परिवार भावुक था। फोन लगातार बज रहा था। दर्शक भी साथ दे रहे थे। इन सभी ने इसे खास बना दिया।"

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