'अगर माही व्हीलचेयर पर भी बैठे होंगे तो...', MS Dhoni के बारे में पूर्व साथी खिलाड़ी ने दिया दिल जीत लेने वाला बयान
चेन्नई सुपरकिंग्स के कप्तान एमएस धोनी पर आगामी सीजन में फैंस की निगाहें रहेंगी। एमएस धोनी के लिए आगामी आईपीएल आखिरी सीजन साबित हो सकता है। हालांकि कई विशेषज्ञों का मानना है कि सीएसके के कप्तान काफी फिट हैं और अगर चाहे तो आगे भी कई सीजन तक खेल सकते हैं। वैसे एमएस धोनी की कोशिश चेन्नई को छठी बार आईपीएल चैंपियन बनाने की रहेगी।
सुरेश रैना ने क्या कहा
एमएस धोनी की सबसे अच्छी बात यह है कि वो आईपीएल शुरू होने के एक महीने या तीन सप्ताह पहले ही चेन्नई पहुंच जाते हैं। वो गर्मी की परिस्थितियों में करीब दो घंटे बल्लेबाजी का अभ्यास करते हैं और बाकी जिम ट्रेनिंग करते हैं। इस दौरान उनकी टीम के साथियों से काफी अच्छी बनती है और मेरे ख्याल से यह कुछ जादूई है।
अनिल कुंबले ने की तुलना
मैं आईपीएल में कभी एमएस धोनी के साथ नहीं खेला। जब मैं उनके साथ भारतीय टीम में था, तब सबसे पहले उन्होंने ही मुझे उठाया था। मेरे ख्याल से वो इतने वजनी व्यक्ति उठाने वाले सबसे मजबूत खिलाड़ी थे। वो मेरे लिए शानदार पल था। मुझे याद है कि जब मैं कोच था और वो कप्तान, तो हम रांची में वनडे मैच के लिए पहुंचे थे। वहां एक वैकल्पिक अभ्यास सत्र था। धोनी को आने की जरुरत नहीं थी क्योंकि रांची उनका गृहनगर है। मगर वो वहां सत्र में मौजूद थे।
मैंने कहा, आप यहां क्या कर रहे हैं? हमारे पास अगले मैच से पहले काफी समय है। धोनी बोले- नहीं, मैं बस आस-पास रहना चाहता हूं। ऐसे हैं धोनी। सचिन भी ऐसे ही थे। जब मैं मुंबई इंडियंस के साथ था, सचिन करीब 25-26 साल क्रिकेट खेल चुके थे। मगर वैकल्पिक दिनों में वो सबसे पहले बस में बैठे मिलते थे। इन दोनों खिलाड़ियों को मुझे नहीं लगता कि ब्रेक की जरुरत है। अगर धोनी सीएसके के लिए खेलना जारी रखते हैं तो मुझे हैरानी नहीं होगी क्योंकि वो उनका वैकल्पिक सत्र है। वो काफी जुनूनी हैं, वो वहां रहना चाहेंगे।
रॉबिन उथप्पा ने जीता दिल
यह भी पढ़ें: पांच भारतीय स्टार बल्लेबाज, जिनके सिर कभी नहीं सजी है ऑरेंज कैप, धोनी-युवराज जैसे बड़े नाम लिस्ट में शामिलअगर धोनी व्हीलचेयर पर होंगे, तो भी सीएसके उन्हें खिलाना चाहेगा। व्हीलचेयर से उतरो, बल्लेबाजी करो और वापस बैठ जाओ। मगर मुझे नहीं लगता कि धोनी के लिए बल्लेबाजी कोई समस्या है। मुझे नहीं लगता कि बल्लेबाजी उनके लिए कभी भी समस्या रही। मेरे ख्याल से विकेटकीपिंग चिंता का विषय बन सकती है। उनके घुटने सूजे हुए थे, लेकिन उन्हें कीपिंग से प्यार है। अगर धोनी को महसूस हुआ कि वो टीम के लिए योगदान नहीं दे पा रहे हैं तो वो आगे बढ़ जाएंगे।