'Rohit Sharma के लिए जान भी हाजिर...', R Ashwin ने हिटमैन की जमकर की तारीफ, धोनी से भी बताया 10 कदम आगे
अपने यूट्यूब चैनल पर आर अश्विन ने बताया कि किस तरह मां की तबीयत खराब के बारे में सुनकर वह रोने लगे थे। अश्विन ने कहा कि वह फ्लाइट ढूंढ रहे थे और कोई फ्लाइट नहीं थी। इसके बाद रोहित ने जो काम किया उसने अश्विन का दिल जीत लिया अश्विन ने रोहित को धोनी से 10 कदम आगे बताया और उनकी दिल खोलकर तारीफ भी की।
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। टीम इंडिया के स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) ने इंग्लैंड के खिलाफ खेली गई टेस्ट सीरीज में शानदार प्रदर्शन किया। इस टूर्नामेंट में अश्विन ने अपना 100वां टेस्ट मैच खेला और 500 विकेट्स भी पूरे किए। इस टेस्ट सीरीज के बीच में उन्हें भारतीय टीम को छोड़कर अपने घर रवाना भी होना पड़ा था। अश्विन अपनी मां की तबीयत के चलते राजकोट टेस्ट के दौरान अपने घर चले गए थे।
इसको लेकर हाल ही में अपने यूट्यूब चैनल पर अश्विन ने बताया कि किस तरह मां की तबीयत खराब के बारे में सुनकर वह रोने लगे थे। अश्विन ने बताया कि वह फ्लाइट ढूंढ रहे थे और कोई फ्लाइट नहीं थी। इसके बाद रोहित ने जो काम किया उसके बाद अश्विन उनसे काफी इंप्रेस हो गए। हाल ही में अश्विन ने रोहित को धोनी से 10 कदम आगे बताया और उनकी दिल खोलकर तारीफ भी की।
R Ashwin ने कप्तान रोहित शर्मा की दिल खोलकर की तारीफ
दरअसल, अश्विन ने तीसरे टेस्ट में अपने टेस्ट करियर के 500 विकेट पूरे किए। इस उपलब्धि के बाद उन्हें पता चला था कि उनकी मां बीमार है और इसके बाद वह रोने लगे और घर जाने के लिए फ्लाइट देखने लगे। डॉक्टर से उन्होंने जब पूछा कि मां कैसी हैं क्या वो बेहोश हैं, तो जवाब मिला कि वह देखने की स्थिति में नहीं हैं। ऐसे में अश्विन की आंखों में आंसू आ गए और राजकोट से चेन्नई जाने के लिए जब उन्हें कोई फ्लाइट नहीं मिली तो रोहित शर्मा और द्रविड़ उनके कमरे में आए।‘रोहित एक जबरदस्त लीडर’
अश्विन ने कहा कि रोहित और राहुल भाई मेरे कमरे में आए। रोहित ने कहा कि सोचना बंद करो और परिवार के पास जाओ। वह मेरे लिए चार्टर फ्लाइट की व्यवस्था करने की कोशिश कर रहा था। इसके बाद कमलेश के पास रोहित का फोन आया और उसने मेरे बारे में पूछा कि मैं ठीक हूं।यह भी पढ़ें: Ranji Trophy Final: सचिन तेंदुलकर को इंप्रेस करना चाहते थे Musheer Khan, रिकॉर्ड तोड़ शतक के बाद कही मन की बात
स्पिनर ने आगे कहा कि उससे कहा कि वह इस मुश्किल समय में मेरे साथ रहे। रात के तब साढ़े 9 बज रहे थे और मैं हैरान रह गया। मैं सोच भी नहीं सकता। मैंने सोचा अगर मैं कप्तान होता तो मैं अपने खिलाड़ी को घर जाने को कहता, लेकिन क्या मैं उसकी देखभाल के लिए लोगों को फोन करता? पता नहीं, मैंने उस दिन रोहित शर्मा में एक जबरदस्त लीडर देखा।