'कुछ खास नहीं किया', राहुल द्रविड़ ने 2 महीने बाद खोला टीम इंडिया के टी20 चैंपियन बनने का सबसे बड़ा राज
भारत ने इसी साल साउथ अफ्रीका को मात दे कर 17 साल बाद टी20 वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम किया है। इस जीत को लगभग दो महीने का समय हो चुका है और अब राहुल द्रविड़ ने इस जीत को लेकर अपनी बात रखी है। वर्ल्ड कप में टीम इंडिया के कोच द्रविड़ ने बताया है कि भारत ने कैसे ये खिताब जीता
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। भारत ने इसी साल साउथ अफ्रीका को फाइनल में मात देते हुए टी20 वर्ल्ड कप-2024 का खिताब अपने नाम किया था। इसी के साथ राहुल द्रविड़ ने बतौर हेड कोच अपने कार्यकाल का समापन भी किया। टीम को चैंपियन बनाने के लगभग दो महीने बाद द्रविड़ ने बताया है कि भारतीय टीम ने कैसे 17 साल से चले आ रहे टी20 वर्ल्ड कप जीत के सूखे को खत्म किया। द्रविड़ ने कहा कि इसके लिए टीम ने और न ही टीम मैनेजमेंट ने कुछ अलग करने की कोशिश की।
भारत ने महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में साल 2007 में टी20 वर्ल्ड कप जीता था। इसके बाद टीम इंडिया के लिए ये ट्रॉफी उठाना मुश्किल हो रहा था। इस बार वेस्टइंडीज और अमेरिका की संयुक्त मेजबानी में खेले गए टी20 वर्ल्ड कप में भारत ने रोहित शर्मा की कप्तानी में खिताबी जीत हासिल की।यह भी पढ़ें- Rahul Dravid की बायोपिक के लिए कौन-सा एक्टर होगा बेस्ट? पूर्व हेड कोच का जवाब जानकर अपनी हंसी नहीं रोक पाएंगे
'कुछ अलग नहीं चाहता था'
भारत ने फाइनल में रोमांचक मुकाबले में साउथ अफ्रीका को मात देकर ये खिताब अपने नाम किया। इस पूरे टूर्नामेंट में भारतीय टीम अजेय रही। उसने 10 मैच खेले और सभी मैच जीते। द्रविड़ ने सीएट क्रिकेट रेटिंग अवॉर्ड्स के दौरान कहा, "ईमानदारी से कहूं तो, मैं कुछ अलग नहीं करना चाहता था। मुझे लगता है कि हमने वनडे वर्ल्ड कप में शानदार खेल दिखाया था। रोहित, टीम, हर कोई उसमें शामिल था।"
पूर्व कोच ने कहा, "तैयारी के लिहाज से हम कुछ और ज्यादा नहीं कर सकते थे। हमने 10 मैच खेले, सभी मैचों में हमारा दबदबा रहा। मैं कुछ बदलना नहीं चाहता था। अगर आप मुझसे पूछेंगे, हमारी सपोर्ट् स्टाफ, सभी कोचेस के साथ बात हुई थी। हमने इस बात पर चर्चा की थी कि हमें क्या कुछ अलग करना चाहिए?"
महान बल्लेबाज ने कहा, "टीम में आम सहमति ये थी कि हमें वही करना चाहिए जो हमने किया था। हमें ड्रेसिंग रूम में वही एनर्जी, वही माहौल बनाना था जो उस समय (वनडे वर्ल्ड कप) था और उम्मीद करनी थी कि हमें कुछ साथ किस्मत का भी मिले।"