टीम इंडिया के साथ मिली एक असफलता को भूल नहीं पा रहे हैं Rahul Dravid, अभी भी हो रहा है पछतावा
भारत के पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ टीम इंडिया के कोच भी रहे। उनके कोच रहते ही भारत ने टी20 वर्ल्ड कप अपने नाम किया। लेकिन द्रविड़ को अभी भी एक चीज परेशान कर रही है। द्रविड़ ने टीम इंडिया के साथ कोच के तौर पर अपने सबसे खराब पल को लेकर बात की है। द्रविड़ ने टी20 वर्ल्ड कप-2024 के बाद पद छोड़ दिया था।
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। राहुल द्रविड़ ढाई साल तक भारतीय क्रिकेट टीम के कोच रहे। उन्होंने टी20 वर्ल्ड कप-2024 की जीत के बाद ये पद छोड़ दिया। द्रविड़ की विदाई विश्व विजेता कोच के तौर पर हुई। इसके बाद भी द्रविड़ को एक बात का पछतावा है जो वह टीम इंडिया के साथ पूरा नहीं कर पाए। द्रविड़ ने कहा कि साउथ अफ्रीका में टेस्ट सीरीज न जीत पाना उन्हें अभी तक साल रहा है।
राहुल द्रविड़ ने नवंबर-2021 में टीम इंडिया के कोच का पद संभाला था। विदेश में उनका पहला असाइनमेंट जनवरी 2022 में साउथ अफ्रीका दौरा था। दौरे की शुरुआत में भारत ने सेंचुरियन में खेले गए पहले टेस्ट मैच में शानदार जीत हासिल की। लेकिन इसके बाद टीम इंडिया लगातार दो मैच हार गई और सीरीज गंवा बैठी।
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सबसे बुरा दौर
राहुल द्रविड़ ने इसे टीम इंडिया के साथ अपने कोचिंग करियर के सबसे खराब पल में गिना है। स्टार स्पोर्ट्स से बात करते हुए द्रविड़ ने कहा, "अगर आप मुझे सबसे खराब पल के बारे में पूछेंगे तो, करियर की शुरुआत में जो हमने साउथ अफ्रीका का दौरा किया था वो मेरे कोचिंग करियर का सबसे बुरा पल है। हम पहला टेस्ट मैच जीत गए थे। इसके बाद हम दूसरा और तीसरा टेस्ट मैच हार गए। हमने साउथ अफ्रीका में कभी टेस्ट सीरीज नहीं जीती। हमारे लिए ये सीरीज जीतने का बहुत बड़ा मौका था। हमारे कुछ सीनियर खिलाड़ी उस दौरे पर हमारे साथ नहीं थे।"