Rohit Sharma Statement भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने न्यूजीलैंड (IND vs NZ) के खिलाफ तीसरे टेस्ट मैच में मिली हार के लिए खुद को सीरीज गंवाने का जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कीवी टीम द्वारा मिली शर्मनाक हार के बाद कहा है कि मैं बल्लेबाजी और कप्तानी दोनों में अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन पर नहीं थाजिससे मुझे काफी निराशा हो रही है।
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। Rohit Sharma Statement Ind vs Nz Test। भारत और न्यूजीलैंड के बीच मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में एक बेहद दिलचस्प मुकाबला देखने को मिला। तीसरे टेस्ट के तीसरे दिन भारत को न्यूजीलैंड ने 25 रन से हराकर तीन मैचों की सीरीज 3-0 से अपने नाम की। ऐसा पहली बार रहा जब कीवी टीम ने भारत में टेस्ट सीरीज जीती है। टीम इंडिया 24 साल बाद अपने घर में क्लीन स्वीप हुई। इससे पहले टीम इंडिया 2000 में 2 मैचों की टेस्ट सीरीज में साउथ अफ्रीका के हाथों क्लीन स्वीप हुई थी।
बेंगलुरु में खेले गए पहले टेस्ट मैच में न्यूजीलैंड ने भारत को 8 विकेट से हराया था। फिर दूसरे टेस्ट जो कि पुणे में खेला गया था उसमें न्यूजीलैंड ने 113 रन से जीत हासिल की थी। इसके साथ ही 12 साल बाद भारत को अपनी धरती पर टेस्ट सीरीज में हार का सामना करना पड़ा था।मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में न्यूजीलैंड की दूसरी पारी 174 रन पर समाप्त हुई, जिससे भारत के सामने 147 रन का लक्ष्य मिला। न्यूजीलैंड ने भारतीय बल्लेबाजों को सस्ते में समेटते हुए एक ऐतिहासिक जीत हासिल की। इस सीरीज में शर्मनाक हार के बाद कप्तान रोहित शर्मा काफी निराश नजर आए। उन्होंने पोस्ट मैच प्रेजेंटेशन के दौरान क्या कहा आइए जानते है?
India vs New Zealand: Rohit Sharma ने हार का खुद को ठहराया जिम्मेदार
दरअसल, कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने न्यूजीलैंड के हाथों 3-0 से टेस्ट सीरीज हारने के बाद कहा कि हां, बिल्कुल, एक सीरीज या टेस्ट हारना कभी आसान नहीं होता है, इसे पचाना पाना बहुत मुश्किल होता है। फिर से हमने अपना सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट नहीं खेला और यह हम जानते हैं और इसे स्वीकार करते हैं। वे हमसे कहीं बेहतर खेले। हमने कई गलतियां की और हमें इसे स्वीकार करना होगा। पहले पारी में हम पर्याप्त रन नहीं बना सके और हम खेल में पीछे रहे। यहां हमने 30 रन की लीड बनाई, हमें लगा कि हम आगे हैं, लक्ष्य हासिल करने आसान होगा, लेकिन हमें बेहतर करना था।
रोहित ने आगे कहा,
"आपको बोर्ड पर रन चाहिए होते हैं, यह मेरे दिमाग में था, लेकिन यह नहीं आया और जब ऐसा होता है, तो यह अच्छा नहीं लगता। बल्लेबाजी करते समय मेरे मन में कुछ विचार होते हैं, लेकिन इस श्रृंखला में वे काम नहीं आए और यह मेरे लिए निराशाजनक है। उन्होंने दिखाया कि इन सतहों पर कैसे बल्लेबाजी करनी है। हम पिछले 3-4 सालों से ऐसे पिचों पर खेल रहे हैं, हम जानते हैं कि कैसे खेलना है। लेकिन इस सीरीज में यह नहीं हो सका, जिससे मुझे काफी दर्द महसूस हो रहा है। इसके अलावा मैं बल्लेबाज और कप्तान दोनों के रूप में अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन पर नहीं था, यह मुझे परेशान करता है। लेकिन, हमने सामूहिक रूप से अच्छा प्रदर्शन नहीं किया और यही इन हारों का कारण है।"
यह भी पढ़ें: IND vs NZ: न्यूजीलैंड रच दिया इतिहास, 94 साल में जो नहीं हुआ था वो कर दिखाया, भारत को 3-0 से किया क्लीन स्वीप