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SA vs AFG: हार के बाद फूटा अफगानिस्‍तान के कोच जोनाथन ट्रॉट का गुस्‍सा, जानें किन चीजों को ठहराया जिम्‍मेदार

टी20 वर्ल्‍ड कप 2024 के पहले सेमीफाइनल में साउथ अफ्रीका ने अफगानिस्‍तान को 9 विकेट से मात दी। त्रिनिदाद के ब्रायन लारा स्टेडियम में खेले गए इस मैच में पहले बल्‍लेबाजी करते हुए अफगानिस्‍तान टीम 56 रन पर सिमट गई। जवाब में साउथ अफ्रीका ने 8.5 ओवर में 1 विकेट खोकर 60 रन बना दिए। हार के बाद अफगानिस्‍तान के कोच जोनाथन ट्रॉट ने पिच को जिम्‍मेदार ठहराया।

By Rajat Gupta Edited By: Rajat Gupta Updated: Thu, 27 Jun 2024 04:54 PM (IST)
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हार के बाद टूर्नामेंट से बाहर हुई अफगान टीम। इमेज- ACB
 स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। टी20 वर्ल्‍ड कप 2024 के पहले सेमीफाइनल में साउथ अफ्रीका ने अफगानिस्‍तान को 9 विकेट से रौंदा। गुरुवार को त्रिनिदाद के ब्रायन लारा स्टेडियम में खेले गए इस मैच में पहले बल्‍लेबाजी करते हुए अफगानिस्‍तान टीम 56 रन पर सिमट गई। जवाब में साउथ अफ्रीका ने 8.5 ओवर में 1 विकेट खोकर 60 रन बना दिए। साउथ अफ्रीका पहली बार विश्‍व कप के फाइनल में पहुंची है। मुकाबले के बाद अफगानिस्‍तान के कोच जोनाथन ट्रॉट ने मैच के दौरान इस्तेमाल की गई फील्ड की आलोचना की।

पिच को ठहराया जिम्‍मेदार

मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में जोनाथन ट्रॉट ने कहा, "मैं अपने आप को परेशानी में नहीं डालना चाहता। मैं यह भी नहीं कहना चाहूंगा कि अंगूर खट्टे हैं। यह वह पिच नहीं है जिस पर आप एक मुकाबला या विश्व का सेमीफाइनल खेलना चाहते हैं।" उन्होंने कहा, "यह एक निष्पक्ष मुकाबला होना चाहिए था। मैं यह नहीं कह रहा हूं कि पिच पूरी तरह से सपाट होना चाहिए, जिसमें कोई स्पिन और कोई सीम मूवमेंट नहीं होगा। मैं यह कह रहा हूं कि आपको बल्लेबाजों को आगे बढ़ने के बारे में चिंता नहीं करनी चाहिए। उन्हें फुट मूवमेंट पर भरोसा होना चाहिए। टी20 क्रिकेट में आक्रमण करना और रन बनाना और विकेट लेना होता है।"

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प्‍लेयर्स को नहीं मिला आराम

जोनाथन ट्रॉट ने कहा, "विपक्षी टीम ने अच्छी गेंदबाजी की। अगर हमने साउथ अफ्रीका की तरह सीधी गेंदबाजी की होती, तो मुझे लगता है कि आपने दूसरा हाफ भी बहुत दिलचस्प देखा होता। हम 3 बजे होटल वापस आए और फिर हमें 5 घंटे बाद 8 बजे निकलना पड़ा, इसलिए हमें ज्यादा नींद नहीं मिली। यही कारण था कि प्‍लेयर थके हुए थे। हमें शेड्यूल के बारे में पता था, ऐसे में हम कोई बहाना नहीं बना रहे हैं। जब आप विश्व कप या किसी टूर्नामेंट में जाते हैं, तो आपके पास सब कुछ अपने तरीके से नहीं हो सकता है। आपको उन समस्‍याओं के खिलाफ लड़ना और खेलना होता है। हमने कई बार ऐसा किया और हमें इस पर गर्व है।"

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