'झारखंड क्रिकेट के भगवान हैं MS Dhoni, भैया का सपोर्ट हमारे लिए सबकुछ', पूर्व भारतीय खिलाड़ी ने बांधे माही की तारीफों के पुल
इंटरनेशनल क्रिकेट में एमएस धोनी का करियर बेहद यादगार रहा। माही ने करियर की शुरुआत में अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी से काफी वाहवाही बटोरी। इसके बाद साल 2007 में धोनी ने अपनी कप्तानी में टीम इंडिया को टी-20 वर्ल्ड कप का खिताब दिया। साल 2011 में माही की कैप्टेंसी में भारत ने 28 साल का सूखा खत्म करते हुए वनडे वर्ल्ड कप की ट्रॉफी को अपने नाम किया।
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। एमएस धोनी की गिनती उन चुनिंदा खिलाड़ियों में की जाती है, जिन्होंने छोटे शहर से निकलकर वर्ल्ड क्रिकेट में अपनी एक अलग पहचान बनाई। धोनी की बदौलत झारखंड टीम को घरेलू क्रिकेट में नई पहचान मिली। यही वजह है कि हाल ही में इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कहने वाले बल्लेबाज सौरभ तिवारी ने धोनी की जमकर तारीफों के पुल बांधे हैं। सौरभ ने माही को झारखंड क्रिकेट का भगवान बताया है।
झारखंड क्रिकेट के भगवान धोनी
सौरभ तिवारी ने एक खेल प्लेटफॉर्म को दिए गए इंटरव्यू में एमएस धोनी की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा, "एमएस धोनी झारखंड क्रिकेट के भगवान हैं। जब से उन्होंने भारत के लिए खेलना शुरू किया, तब से हमको बतौर टीम लोगों ने जानना शुरू किया। लोगों को पता लगा कि झारखंड कहां है। एमएस धोनी ने हमको कॉन्फिडेंस दिया और झारखंड घरेलू क्रिकेट में सबसे बेस्ट टीमों में से एक है।"
'माही भैया का सपोर्ट हमारे लिए सबकुछ'
पूर्व भारतीय बल्लेबाज ने आगे कहा, "जब भी धोनी शहर में होते हैं, तो वह हमारे प्रैक्टिस सेशन को देखने पहुंचते हैं। धोनी भैया हमको हर मैच से पहले सलाह भी देते हैं। कभी-कभार वह वॉर्मअप मैचों में हिस्सा भी लेते हैं। धोनी भैया का सपोर्ट हमारे लिए सबकुछ है।"
धोनी ने हासिल की हर बड़ी उपलब्धि
इंटरनेशनल क्रिकेट में एमएस धोनी का करियर बेहद यादगार रहा। माही ने करियर की शुरुआत में अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी से काफी वाहवाही बटोरी। इसके बाद साल 2007 में धोनी ने अपनी कप्तानी में टीम इंडिया को टी-20 वर्ल्ड कप का खिताब दिया। साल 2011 में माही की कैप्टेंसी में भारत ने 28 साल का सूखा खत्म करते हुए वनडे वर्ल्ड कप की ट्रॉफी को अपने नाम किया। साल 2013 में धोनी ने इंग्लैंड को उसी की धरती पर पटखनी देते हुए चैंपियंस ट्रॉफी के खिताब को भी भारतीय टीम की झोली में डाला।