Virat Kohli आना चाहते हैं पाकिस्तान..., Champions Trophy विवाद के बीच शोएब अख्तर ने दे डाला चौंकाने वाला बयान
शोएब अख्तर ने हाल ही में एक बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच पर्दे के पीछे बातचीत जरूर हो रही होगी। हमें उम्मीद बनाए रखनी चाहिए। यह सच है कि आईसीसी की 95-98 प्रतिशत स्पॉन्सरशिप भारत से आती है। ऐसे में कोई न कोई समाधान निकाला जाएगा। अख्तर ने आगे कहा कि कोहली भी पाकिस्तान आना चाहते हैं।
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की मेजबानी पाकिस्तान के पास है, लेकिन बीसीसीआई ने भारतीय टीम के पाकिस्तान जाने को लेकर साफ इनकार किया है। भारतीय बोर्ड ने सुरक्षा का हवाला देते हुए टीम इंडिया के पाकिस्तान दौरे की मंजूरी नहीं दी है। इसके बाद पाकिस्तान की मेजबानी पर खतरा मंडरा रहा है।
बीसीसीआई ने टूर्नामेंट हाइब्रिड मॉडल के तहत खेलने की मांग की है, यानी कि पाकिस्तान की बजाय भारतीय टीम अपने मैच किसी और देश में खेल सकता है, जबकि बाकी टीमें पाकिस्तान में ही मैच खेलेगी।
अगर चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी पाकिस्तान नहीं करता तो दक्षिण अफ्रीका को मेजबानी जिम्मेदारी मिल सकती है। हालांकि, पीसीबी की ओर से लगातार टूर्नामेंट की मेजबानी को लेकर अलग-अलग बयान सामने आ रहे हैं।
Shoaib Akhtar ने Virat Kohli को लेकर दिया चौंकाने वाला बयान
इस कड़ी में पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर के बयान ने मामले ने तूल पकड़ा। शोएब ने एनडीटीवी स्पोर्ट्स से बातचीत के दौरान कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच पर्दे के पीछे बातचीत जरूर हो रही होगी। हमें उम्मीद बनाए रखनी चाहिए। यह सच है कि आईसीसी की 95-98 प्रतिशत स्पॉन्सरशिप भारत से आती है। ऐसे में कोई न कोई समाधान निकाला जाएगा।
यह भी पढ़ें: जागरण संपादकीय: राजनीति से अलग नहीं हो सकता क्रिकेट, पाकिस्तान को समझनी होगी इसकी असली वजह
अख्तर ने आगे कहा कि पूरा फैसला सरकार पर निर्भर करता है। बीसीसीआई के हाथ में कुछ नहीं है। विराट कोहली भी पाकिस्तान आना चाहते हैं। पाकिस्तान भी कोहली को अपने देश में खेलते हुए देखना चाहता है। जरा सोचिए कि पाकिस्तान में कोहली शतक बनाए तो उनके करियर के लिए ये खास पल होगा। हमेशा पाकिस्तान को ये टैग मिला है कि वह बड़े टूर्नामेंट की मेजबानी नहीं कर सकता। अगर यह चैंपियंस ट्रॉफी होती है, तो यह बड़े इवेंट्स के लिए रास्ता खोलेगी। हालांकि मुझे अभी भी लगता है कि ऐसा होना मुश्किल है, लेकिन फिंगर क्रॉस।