तो इस बात से बचने के लिए Shubman Gill को बनाया गया उप-कप्तान, Ajit Agarkar ने बता दिया बड़ा सीक्रेट
श्रीलंका दौरे के लिए जब टीम इंडिया का एलान हुआ था तो शुभमन गिल को टी20 और वनडे में उपकप्तान नियुक्त किया गया। इस फैसले से कई लोगों को हैरानी हुई थी। अब चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर ने बताया है कि क्यों शुभमन गिल को उप-कप्तानी सौंपी गई और इसके पीछे वजह क्या है। अगरकर ने कहा कि वह अतीत में आई समस्या का दोबारा सामना नहीं करना चाहते।
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। श्रीलंका दौर के लिए जब भारतीय टीम का एलान हुआ तो इसमें एक हैरान करने वाली चीज देखने को मिली। ये था शुभमन गिल को टी20 और वनडे टीम का उप-कप्तान बनाना। गिल को ये जिम्मेदारी देने के पीछे की वजह के बारे में चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर ने खुलासा किया है। अगरकर ने कहा है कि बीते दिनों टीम के सामने जो स्थिति आई थी उससे बचने के लिए गिल को ये जिम्मेदारी सौंपी गई है।
रोहित शर्मा ने टी20 से संन्यास ले लिया है। इसके बाद टी20 में नए कप्तान की तलाश थी और ये जिम्मेदारी सूर्यकुमार यादव को मिली है। इसकी उम्मीद की जा रही थी, लेकिन गिल टी20 और वनडे दोनों में उप-कप्तान बनेंगे ये सोचा नहीं गया था क्योंकि इसके लिए कई और विकल्प थे जिसमें ऋषभ पंत भी शामिल थे।
इस कारण बनाया कप्तान
अगरकर ने गिल को उप-कप्तान बनाए जाने को लेकर कहा, "ऋषभ लंबे समय तक टीम से बाहर रहे थे। हम चाहते थे कि वह लगातार खेलें। ये पहली चीज है। हम उस इंसान पर बोझ नहीं डालना चाहते थे जो एक साल के बाद वापसी कर रहा है। केएल राहुल कुछ समय से टी20 टीम का हिस्सा नहीं हैं। हम रिसेट बटन दबाना था। हमारे पास प्लान करने के लिए समय है। हम अगले दो साल के लिए देख रहे हैं।"
अगरकर ने आगे कहा, "इस बार, टी20 में, जब हार्दिक चोटिल हो गए थे तो हमारे सामने चुनौती थी क्योंकि उस समय रोहित भी नहीं खेल रहे थे। शुक्र है कि रोहित वापस आ गए और उन्होंने टीम की कप्तानी की। हम नहीं चाहते कि आगे ऐसी कोई स्थिति आए।"
शुभमन तीनों फॉर्मेट के खिलाड़ी
अगरकर ने कहा कि शुभमन तीनों फॉर्मेट के खिलाड़ी हैं और बीते एक साल से उन्होंने काफी क्वालिटी दिखाई है। उन्होंने कहा, "हमें लगा कि शुभमन वो खिलाड़ी हैं जो तीनों फॉर्मेट में खेलते हैं। बीते एक साल में उन्होंने काफी योग्यता दिखाई है। इसलिए हम ऐसा कोई शख्स चाहते थे जो सीनियर खिलाड़ियों से सीखे। सू्र्यकुमार रहेंगे। रोहित भी हैं। हम दोबारा वो स्थिति का सामना नहीं करेंगे जहां हमें अचानक से नए कप्तान की तलाश करनी पड़े।"