बीसीसीआइ प्रेसिडेंट मुद्दे पर पहली बार गांगुली ने तोड़ी चुप्पी, बोले-कोई हमेशा के लिए पद पर नहीं रह सकता
बीसीसीआइ प्रेसिडेंट को लेकर पहली बार सौरव गांगुली ने अपनी चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने एक इवेंट के दौरान कहा कि उन्होंने इस कार्यकाल को एंज्वॉय किया है। साथ ही यह भी कहा कि कोई भी हमेशा के लिए पद पर बने नहीं रह सकता।
By Sameer ThakurEdited By: Updated: Thu, 13 Oct 2022 04:21 PM (IST)
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। बीसीसीआइ के अगले बॉस के रूप में रोजन बिन्नी 18 अक्टूबर को आधिकारिक रूप से अपना पदभार संभाल लेंगे। इसके साथ ही सौरव गांगुली का बतौर बीसीसीआइ प्रेसिडेंट का सफर खत्म हो जाएगा। इस तमाम मुद्दे पर पहली बार उनकी तरफ से प्रतिक्रिया आई है।
उन्होंने कहा कि उन्होंने, अपने इस कार्यकाल को एंज्वॉय किया है लेकिन आपको ध्यान रखना चाहिए कि न तो आप बतौर खिलाड़ी हमेशा के लिए खेल सकते हैं और न हीं हमेशा के लिए किसी प्रशासनिक पद पर बने रह सकते हैं।
अपनी कुर्सी जाने पर क्या बोले गांगुली?
एक इवेंट के दौरान इन मुद्दों पर पहली बार बोलते हुए उन्होंने कहा कि "मैं बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन का पांच साल तक प्रेसिडेंट था। मैं बीसीसीआइ का 5 साल तक प्रेसिडेंट था। आखिरकार आपको छोड़ना और जाना है। एक प्रशासक के तौर पर आपको काफी योगदान देना होता है और टीम के लिए चीजों को बेहतर बनाना होता है।मैं एक खिलाड़ी होने के नाते, मैं इन चीजों को अच्छे से समझता था। मैंने एक प्रशासक के रूप में अपने समय का भरपूर आनंद लिया। आप हमेशा के लिए किसी पद पर नहीं रह सकते।"
इससे पहले मंगलवार को हुए बैठक में सभी भावी उम्मीदवारों ने अपना-अपना पर्चा भर दिया था जिसके बाद यह तय हो गया कि 1983 वर्ल्ड कप विनिंग टीम के सदस्य रोजर बिन्नी गांगुली को रिप्लेस करेंगे। इसके अलावा जय शाह सचिव के पद पर बने रहेंगे।राजीव शुक्ला भी बीसीसीआइ के उपाध्यक्ष के पद पर एक बार फिर से काबिज होंगे जबकि आशीष सेलार, अरुण सिंह धूमल की जगह लेंगे। हालांकि रिपोर्ट्स की मानें तो खबर ये भी आई थी कि गांगुली नाराज हैं। हालांकि उन्हें आइपीएल के चेयरमैनशिप की जिम्मेदारी दी जा रही थी जिसे उन्होंने लेने से इनकार कर दिया।