Suryakumar Yadav के बचपन के कोच पर आई मुसीबत, नौकरी से धोना पड़ा हाथ, पैसे-पैसे को मोहताज, अब लिया बड़ा फैसला
भारत की टी20 टीम के नए कप्तान सूर्यकुमार यादव इस समय श्रीलंका में हैं। लेकिन उनके बचपन के कोच काफी परेशानी में हैं। उनकी नौकरी चली गई है। इस बात की सूचना उन्होंने सूर्यकुमार को दे दी है। सूर्यकुमार ने उनके साथ मिलकर क्रिकेट एकेडमी शुरू करने की बात कही है। अशोक को उनकी नौकरी वापस मिल सकती है लेकिन वह अब जरूरतमंद लोगों की मदद करना चाहते हैं।
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। सूर्यकुमार यादव को भारत की टी20 टीम का कप्तान नियुक्त किया गया है। वह श्रीलंका दौरे से अपना काम शुरू करेंगे। सूर्यकुमार यादव टी20 के बेहतरीन बल्लेबाज हैं और अपनी बल्लेबाजी के दम पर उन्होंने टीम इंडिया को कई मैच जिताए हैं। लेकिन सूर्यकुमार यादव को यहां तक पहुंचाने वाले उनके बचपन के कोच इस समय मुश्किल में हैं। उनकी माली हालत काफी खराब है। इस समय उन्होंने अपनी नौकरी से हाथ धो दिया है।
सूर्यकुमार के बचपन के कोच अशोक असवल्कर इस समय काफी परेशानियों से जूझ रहे हैं। 24 साल बाद उन्होंने अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा है और वह 10,000 हर महीने कमा कर किसी तरह गुजारा कर रहे हैं।यह भी पढ़ें- ICC Rankings: शेफाली-हरमनप्रीत टॉप 10 के पहुंची करीब, श्रीलंकाई गेंदबाजों को भी हुआ बंपर फायदा; देखिए आईसीसी की ताजा रैंकिंग
चली गई नौकीर
अशोक चेम्बुर के अनुशक्ति नगर में दो दशक से काम कर रहे थे। वह यहां क्यूरेटर और कोच के तौर पर काम कर रहे थे और 41,000 रुपये महीने कमा रहे थे। उन्होंने मिड-डे अखबार को बताया, "मैं भाभा एटोमिक रिसर्च सेंटर के ग्राउंड पर 1989-90 से काम कर रहा था और साथ ही जगन्नाथ फांसे को ग्राउंडमैन और कोच के तौर पर असिस्ट कर रहा था। मैंने 3000 प्रति महीने के तौर पर काम शुरू किया था, लेकिन जब मुझे दिसंबर 2023 में नौकरी से निकाला गया तो मुझे 26,000 हर महीने ग्राउंड्समैन के तौर पर मिल रहे थे और 15,000 कोच के तौर पर मिल रहे थे।"
सू्र्यकुमार तक पहुंची बात
अशोक ने कहा कि उन्होंने अपने घर वालों को भी नौकरी जाने के बारे में नहीं बताया लेकिन सूर्यकुमार को इस बारे में जरूर बताया। उन्होंने कहा, "मैंने अपने घर वालों को भी ये बात नहीं बताई कि मेरी नौकरी चली गई है। मैंने सूर्या को सिर्फ मैसेज किया और बताया कि इसके पीछे कौन है। सूर्या ने उस इंसान से बात करना बंद कर दिया है।"इस कारण गई नौकरी
अशोक ने कहा कि वह एक शादी में गए थे और इसके बाद से ही उनके खिलाफ माहौल बन गया। उन्होंने कहा, "मैं अपने भतीजे की शादी अटैंड करने गया था। उन्होंने 31 दिसंबर को मुझे ऑफिस में मिलने को कहा। मैं गया, लेकिन किसी ने मुझसे बात तक नहीं की थी। मैं तीन घंटे वहां रहा। मुझे मैसेज से बताया गया कि अभी घर चले जाइए हम आपको बाद में बुलाएंगे। एक सप्ताह बाद जब मुझे बुलाया गया तो कोई भी मुझसे मिलने नहीं आया।"
उन्होंने कहा, "एक महीने बाद मुझे मैसेज आया कि कुछ सदस्य मुझसे मिलना चाहते हैं। मैं रामकांत साहू से मिला, उनसे बात की। उनके अलावा दो अन्य सदस्यों से भी मिला। उन्होंने मुझसे सवाल पूछे और जो मैंने कहा उसे ध्यान से सुना। कमेटी के सदस्यों ने कहा कि वह मुझसे जल्द दोबारा मिलेंगे। लेकिन अभी तक किसी ने कोई बात नहीं की। जो आखिरी सैलरी मुझे मिली वो दिसंबर 2023 में 26,911 रुपये मिली।"