भारतीय तेज गेंदबाजों को मुकाबले पाकिस्तानी तेज गेंदबाज क्यों होते हैं बेहतर, शोएब अख्तर ने बताया कारण
भारतीय तेज गेंदबाजों के बारे में बात करते हुए पूर्व पाकिस्तानी तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने कहा कि भारत में आजकल अच्छे तेज गेंदबाज सामने आ रहे हैं लेकिन कुछ ऐसा है जिसकी कमी उनके पास साफ तौर पर दिखती है।
By Sanjay SavernEdited By: Updated: Mon, 31 Jan 2022 01:29 PM (IST)
नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। पाकिस्तान क्रिकेट टीम हमेशा से बेहतरीन तेज गेंदबाजों के लिए जानी जाती रही है। इस टीम में एक से बढ़कर एक तेज गेंदबाज हुए हैं जिसमें इमरान खान, वसीम अकरम, शोएब अख्तर, वकार यूनुस, मो. आमिर, शाहीन अफीरीदी जैसे गेंदबाज शामिल हैं। इन गेंदबाजों ने अपनी जबरदस्त गेंदबाजी स्किल के जरिए अपने देश को गौरवान्वित किया है। वहीं भारतीय टीम के तेज गेंदबाजों की बात करें तो इनका स्तर पाकिस्तानी गेंदबाजों जैसा नहीं रहा है, लेकिन कपिल देव, जवागल श्रीनाथ, जहीर खान, जसप्रीत बुमराह जैसे गेंदबाजों ने देश का गौरव बढ़ाया है।
भारतीय तेज गेंदबाजों के बारे में बात करते हुए पूर्व पाकिस्तानी तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने कहा कि भारत में आजकल अच्छे तेज गेंदबाज सामने आ रहे हैं, लेकिन कुछ ऐसा है जिसकी कमी उनके पास है। इस पूर्व स्पीड स्टार ने बताया कि भारतीय तेज गेंदबाजों में अग्रेशन और किलर इन्सटिंक्ट की कमी है। हिन्दुस्तान टाइम्स के हवाले से शोएब अख्तर ने पूर्व कंगारू तेज गेंदबाज ब्रेड ली से एक पाडकास्ट पर बात करते हुए कहा कि भारत और पाकिस्तान के तेज गेंदबाजों में फर्क है। उन्होंने कहा कि भारत अब अच्छे तेज गेंदबाज पैदा कर रहा है, लेकिन उनमें रेयर एनर्जी की कमी है जैसे कि आपके चेहरे पर वो गुस्सा वो एटिट्यूड कि मैं बस आपको मारने जा रहा हूं। भारतीय तेज गेंदबाजों में इसकी कमी साफ तौर पर दिखती है।
इसके अलावा रावलपिंडी एक्सप्रेस ने खुलासा किया कि कैसे पाकिस्तान दशकों तक तेज गेंदबाजी पर हावी रहा है और साथ ही उनके गेंदबाजों में शेर जैसी मानसिकता क्यों है इसका कारण भी बताया। उन्होंने कहा कि हमारा जो वातावरण है, खान-पान है साथ जो एटिट्यूड है साथ ही इस देश में हमारे जैसे लोग हैं जो ऊर्जा से भरपूर हैं। इन सबकी वजह से हमें तेज गेंदबाजी करने में मजा आता है। आप वही बनते हैं जो आप खाते हैं और ऐसा है ना। मेरा देश बहुत सारे जानवर खाता है और हम जानवरों की तरह बन जाते हैं। जब तेज गेंदबाजी की बात आती है तो हम शेर की तरह दौड़ते हैं।