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IND vs SL: Virat Kohli ने अपने बर्थडे से पहले क्रिकेट करियर की बताई सच्चाई, अपने बयान से युवा क्रिकेटर्स को किया प्रेरित

भारतीय टीम के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली वनडे विश्व कप 2023 में शानदार फॉर्म में नजर आ रहे हैं। उन्होंने 6 मैचों में अब तक भारत के लिए दमदार पारी खेली। 88 के औसत से उन्होंने अब तक 354 रन बना लिए हैं जिसमें एक शतक शामिल हैं। कोहली अब श्रीलंका के खिलाफ मैच में एक शतक जड़ते ही सचिन तेंदुलकर का महारिकॉर्ड ध्वस्त करने के करीब है।

By Priyanka JoshiEdited By: Priyanka JoshiUpdated: Wed, 01 Nov 2023 06:00 AM (IST)
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Virat Kohli ने अपने बर्थडे से पहले क्रिकेट करियर की बताई सच्चाई
नई दिल्ली, स्पोर्ट्स। Virat Kohli Statement। भारतीय टीम के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली वनडे विश्व कप 2023 में शानदार फॉर्म में नजर आ रहे हैं। उन्होंने टूर्नामेंट में अभी तक खेले गए 6 मैचों में भारत के लिए दमदार पारी खेली। 88 के औसत से उन्होंने अब तक 354 रन बना लिए हैं, जिसमें एक शतक और तीन अर्धशतक शामिल हैं।

विराट कोहली अब श्रीलंका (IND vs SL) के खिलाफ मैच में एक शतक जड़ते ही सचिन तेंदुलकर का महारिकॉर्ड ध्वस्त कर लेंगे। बता दें कि कोहली के वनडे क्रिकेट में अब तक कुल 48 शतक हो चुके हैं, जबकि सचिन तेंदुलकर ने 49 सेंचुरी जड़ी है। श्रीलंका के खिलाफ मैच से पहले विराट कोहली ने क्रिकेट करियर की सबसे बड़ी सच्चाई बताई है। उन्होंने इस दौरान अपने बयान से युवा क्रिकेटर्स को प्रेरित किया।

Virat Kohli ने अपने बर्थडे से पहले क्रिकेट करियर की बताई सच्चाई

दरअसल, विराट कोहली (Virat Kohli) ने स्टार स्पोर्ट्स पर बातचीत करते हुए कहा कि अगर हम क्रिकेट के बारे में बात करें तो मैंने कभी भी इतना सब कुछ हासिल करने के बारे में नहीं सोचा था, जैसे कि मेरा करियर कहां है और भगवान ने इस करियर में मेरा साथ दिया और उनके आशीर्वाद की वजह से यह संभव हो सका।

मैंने हमेशा सपना देखा था कि मैं ऐसा करूंगा, लेकिन मैंने कभी नहीं सोचा था कि सारी चीजें सच साबित होगी। कोई भी इन चीजों की प्लानिंग नहीं बना सकता है कि आपका सफर कैसा रहेगा और आपके सामने चीजें कैसे होंगी। मैंने कभी नहीं सोचा कि इन 12 साल में मैं इतने शतक और इतने रन बनाऊंगा।

साथ ही कोहली ने कहा कि मेरा बस एक ही फोकस था कि टीम के लिए मैं अच्छा परफॉर्म करूं। टीम को मुश्किल समय में मैच जिताऊं। उसके लिए साथ-साथ काफी बदलाव आया और डिसिप्लिन, लाइफ और स्टाइल को चेंज किया। ड्राइव मेरे अंदर हमेशा से ही थी, लेकिन इतना प्रोफेशनलिज्म नहीं था। फिर मैं सिंगल माइंडेड फोकस हो गया कि किस तरीके से मुझे गेम खेलना है। उसके बाद मुझे रिजल्ट गेम नहीं दिए। मेरे करियर की यह सीथ है कि मैंने ईमानदारी से क्रिकेट के मैदान पर अपना 100 प्रतिशत देकर खेला है।