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इस तेज गेंदबाज का वो रिकॉर्ड जो टीम इंडिया के लिए आज भी है अटूट, आप भी जानिए

भारतीय टीम के लिए साल 2003 में आखिरी इंटरनेशनल वनडे मैच खेलने वाले एक तेज गेंदबाज का ऐसा रिकॉर्ड भी है जो आज तक भारतीय टीम के लिए अटूट है।

By Vikash GaurEdited By: Updated: Sat, 31 Aug 2019 09:13 PM (IST)
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इस तेज गेंदबाज का वो रिकॉर्ड जो टीम इंडिया के लिए आज भी है अटूट, आप भी जानिए
नई दिल्ली, जागरण स्पेशल। Happy Birthday Javagal Srinath: भारतीय टीम के लिए साल 2003 में आखिरी इंटरनेशनल वनडे मैच खेलने वाले तेज गेंदबाज जवागल श्रीनाथ का एक ऐसा रिकॉर्ड भी है जो आज तक भारतीय टीम के लिए अटूट बना हुआ है। हालांकि, कुछ भारतीय गेंदबाज इस रिकॉर्ड के आसपास पहुंचे जरूर हैं, लेकिन कोई धराशायी नहीं कर पाया है। 

दरअसल, दाएं हाथ के तेज गेंदबाज जवागल श्रीनाथ ने अपने वनडे करियर में कुल 315 विकेट लिए हैं। बतौर तेज गेंदबाज वे भारत के सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। इनके बाद अजीत अगरकर और जहीर खान जैसे तेज गेंदबाजों का नाम है। हालांकि, ये दोनों तेज गेंदबाज वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट में 300-300 विकेट भी पूरे नहीं कर पाए हैं। 

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जवागल श्रीनाथ की बात आज हम इसलिए कर रहे हैं क्योंकि आज ही दिन यानी 31 अगस्त 1969 को इनका जन्म हुआ था। कर्नाटक के मैसूर में जन्मे जवागल श्रीनाथ भारतीय क्रिकेट टीम के बेहतरीन तेज गेंदबाजों में से एक रहे हैं। 90 के दशक में जवागल श्रीनाथ को खासा पसंद किया जाता था। जवागल श्रीनाथ का भारत में बतौर तेज गेंदबाज ऐसा क्रेज था, जैसा आज जसप्रीत बुमराह का है। 

साल 1991 में इंटरनेशनल क्रिकेट में कदम रखने वाले जवागल श्रीनाथ ने अपनी तेज रफ्तार गेंदों से दुनिया में अलग पहचान बनाई थी। पाकिस्तान के खिलाफ एक टेस्ट मैच में उन्होंने कुल 13 विकेट लेकर तहलका मचा दिया था। जवागल श्रीनाथ से पहले भारतीय टीम में तमाम गेंदबाज रहे थे जो रफ्तार और स्विंग के भरोसे रहते थे, लेकिन जवागल श्रीनाथ ने लीक से अलग हटकर अपनी पहचान बनाई थी। 

पाकिस्तान के खिलाफ किया था डेब्यू

दाएं हाथ के इस गेंदबाज ने पाकिस्तान के खिलाफ शारजाह में साल 1991 में अपना वनडे इंटरनेशनल डेब्यू मैच खेला था। इस डेब्यू मैच में जवागल श्रीनाथ ने वसीम अकरम को क्लीन बोल्ड करके अपना पहला विकेट लिया था। इस मुकाबले में जवागल श्रीनाथ ने कुल 9 ओवर गेंदबाजी की थी, जिसमें एक मेडन ओवर था। पहले ही मैच में अपनी गेंदबाजी से प्रभाव छोड़ने वाले श्रीनाथ ने भारतीय टीम में नियमित स्थान हासिल कर लिया था।  

जवागल श्रीनाथ ने भारतीय टीम के लिए 229 वनडे इंटरनेशनल मैचों में टीम का प्रतिनिधित्व किया है। इन मैचों की 227 पारियों में उन्होंने 315 विकेट अपने नाम किए हैं। वहीं, 67 टेस्ट मैचों की 121 पारियों में जवागल श्रीनाथ ने 236 विकेट चटकाए थे। इस दौरान उनका टेस्ट में बेस्ट बोलिंग फिगर था 86 रन देकर 8 विकेट। वहीं, वनडे इंटरनेशनल मैचों में जवागल श्रीनाथ का बेस्ट बोलिंग फिगर 23 रन देकर 5 विकेट है।

गेंदबाजी के अलावा जवागल श्रीनाथ थोड़ी बहुत बल्लेबाली करने में भी माहिर थे। जवागल श्रीनाथ ने 67 टेस्ट मैचों की 92 पारियों में 20 बार नाबाद रहते हुए 1009 रन बनाए हैं, जिसमें 4 अर्धशतक शामिल हैं। वहीं, वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट में जवागल श्रीनाथ के नाम एक हाॅफसेंचुरी के साथ 121 पारियों में 883 रन दर्ज हैं।

वर्ल्ड कप 2003 था आखिरी टूर्नामेंट

करीब 12 साल तक भारतीय टीम से जुड़े रहने वाले जवागल श्रीनाथ ने अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच 2003 के वर्ल्ड कप में खेला था, जो वर्ल्ड कप 2003 का फाइनल मैच था। इस मुकाबले में जवागल श्रीनाथ की गेंदबाजी बेहद खराब रही थी, जिसका नतीजा यह था कि ऑस्ट्रेलिया ने जोहानिसबर्ग के वांडर्स स्टेडियम में बड़ा स्कोर बनाया था और खिताबी मुकाबला भारतीय टीम हार गई थी।

फिर शुरू की दूसरी पारी

क्रिकेट से रिटायरमेंट लेने के बाद जवागल श्रीनाथ ने साल 2006 में क्रिकेट की अपनी दूसरी पारी बतौर मैच रेफरी शुरू की। श्रीलंका और साउथ अफ्रीका के बीच कोलंबो में खेले गए टेस्ट मैच में पहली बार जवागल श्रीनाथ मैच रेफरी बने। साल 2006 से अब तक जवागल श्रीनाथ करीब 350 अंतरराष्ट्रीय मैचों के अलावा सैकड़ों लीग मैचों में मैच रेफरी की भूमिका निभा चुके हैं।