IND vs SA: केपटाउन में यह गेंदबाज बनेगा Team India का ट्रंप कार्ड, SA खेमे में मचाएगा खलबली; बेमिसाल आंकड़े दे रहे गवाही
बुमराह का रिकॉर्ड केपटाउन के मैदान पर गजब का रहा है। बूम-बूम ने इस मैदान पर अब तक कुल 2 टेस्ट मैच खेले हैं और इस दौरान उन्होंने कुल 10 विकेट अपने नाम किए हैं। भारतीय फास्ट बॉलर इस ग्राउंड पर एक पारी में पांच विकेट लेने का कारनामा भी कर चुका है। दूसरा टेस्ट 3 जनवरी से खेला जाना है।
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। Jasprit Bumrah Capetown Record: टीम इंडिया का 31 साल बाद साउथ अफ्रीका की धरती पर टेस्ट सीरीज जीतने का सपना चकनाचूर हो चुका है। पहले टेस्ट में भारतीय टीम को शर्मनाक हार का मुंह देखना पड़ा। रोहित की सेना मेजबान टीम के आगे तीन दिन में ही ढेर हो गई। हालांकि, इस हार का हिसाब भारतीय टीम अब केपटाउन में जरूर चुकता करना चाहेगी। दूसरे टेस्ट में भारत का एक गेंदबाज पूरी साउथ अफ्रीका की टीम पर भारी पड़ेगा।
एक गेंदबाज पड़ेगा पूरी टीम पर भारी
भारत के जिस गेंदबाज की हम बात कर रहे हैं वो कोई और नहीं, बल्कि जसप्रीत बुमराह हैं। बुमराह का रिकॉर्ड केपटाउन के मैदान पर गजब का रहा है। बूम-बूम ने इस मैदान पर अब तक कुल 2 टेस्ट मैच खेले हैं और इस दौरान उन्होंने कुल 10 विकेट अपने नाम किए हैं। भारतीय फास्ट बॉलर इस ग्राउंड पर एक पारी में पांच विकेट लेने का कारनामा भी कर चुका है। यही वजह है कि दूसरे टेस्ट में बुमराह कप्तान रोहित शर्मा के सबसे बड़े हथियार साबित होंगे।
केपटाउन में किया था टेस्ट डेब्यू
जसप्रीत बुमराह ने अपने टेस्ट करियर का आगाज भी केपटाउन के इस मैदान पर किया था। 2018 में खेले गए उस मुकाबले में बुमराह ने कुल चार विकेट अपने नाम किए थे और लाल गेंद की क्रिकेट के अपने पहले ही मैच में छाप छोड़ने में सफल रहे थे।यह भी पढ़ें- New Year 2024: PM Modi ने 'मन की बात' में की भारतीय खिलाड़ियों की तारीफ, कहा- पूरे देश का जीता दिल
केपटाउन में शर्मनाक टीम इंडिया का रिकॉर्ड
केपटाउन में टीम इंडिया का रिकॉर्ड बेहद शर्मनाक रहा है। इस ग्राउंड पर भारतीय टीम ने अब तक कुल 6 टेस्ट मैच खेले हैं। छह में चार में टीम को हार का मुंह देखना पड़ा है, तो दो मैच भारतीय टीम किसी तरह से ड्रॉ कराने में सफल रही है। पिछले 30 साल से इस मैदान पर टीम इंडिया को अपनी पहली जीत का इंतजार है।साउथ अफ्रीका की धरती पर 31 साल बाद टेस्ट सीरीज जीतने का सपना तो चकनाचूर हो चुका है। हालांकि, कप्तान रोहित शर्मा और भारतीय टीम 2010 के बाद मेजबान देश में टेस्ट सीरीज ड्रॉ करने का सपना जरूर देख रही है।