Prithvi Shaw ने रणजी ट्रॉफी में दोहरा शतक जड़कर मचाया तहलका, खेली करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी
भारतीय टीम से बाहर चल रहे पृथ्वी शॉ ने रणजी ट्रॉफी में मुंबई के लिए खेलते हुए असम के खिलाफ धमाकेदार शतक जमाया है। दाएं हाथ के बल्लेबाज ने केवल 107 गेंदों में अपना सैकड़ा पूरा किया और भारतीय चयनकर्ताओं को करारा जवाब दिया है।
नई दिल्ली, स्पोर्ट्स डेस्क। मुंबई के ओपनर पृथ्वी शॉ ने मंगलवार को असम के खिलाफ रणजी ट्रॉफी मैच में अपने फर्स्ट क्लास क्रिकेट करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी खेली। उन्होंने 283 गेंदों में नाबाद 240 रन बनाए। इस दौरान दाएं हाथ के बल्लेबाज ने 33 चौके और एक छक्का लगाया। शॉ ने ओपनर मुशीर खान के साथ 123 और फिर अजिंक्य रहाणे के साथ तीसरे विकेट के लिए 192 रन की अविजित साझेदारी की। मुंबई ने दिन का खेल समाप्त होने तक 389/2 का स्कोर बनाया।
यह पृथ्वी शॉ का मौजूदा रणजी ट्रॉफी सीजन में पहला शतक है। उन्होंने इससे पहले सात पारियों में 22.85 की औसत से केवल 160 रन बनाए थे। पृथ्वी शॉ को हाल ही में भारतीय टीम में जगह नहीं मिला। उन्होंने भारत के लिए अपना आखिरी मैच जुलाई 2021 में खेला था। घरेलू क्रिकेट में लगातार रन बनाने के बावजूद पृथ्वी शॉ की राष्ट्रीय चयनकर्ताओं ने अनदेखी की।
पृथ्वी शॉ इस सीजन सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज थे। उन्होंने 181.42 के स्ट्राइक रेट से 332 रन बनाए थे। इसके बाद विजय हजारे ट्रॉफी में उन्होंने सात पारियों में 217 रन बनाए थे। पृथ्वी शॉ को हाल ही में पूर्व भारतीय बल्लेबाज गौतम गंभीर का समर्थन मिला था, जिन्होंने कोच और चयनकर्ताओं को जिम्मेदारी लेने की बात कही थी।
गंभीर ने कहा था, 'पृथ्वी शॉ ने जिस तरह करियर की शुरुआत की और उनमें जितनी प्रतिभा है, आप प्रतिभा के आधार पर खिलाड़ी का समर्थन करते हैं। हां, आपको उसके बढ़ने पर ध्यान देना होता है। वो कहां से आया है और किन चुनौतियों का उसने सामना किया है। प्रबंधन और चयनकर्ताओं को उन्हें अपने आस-पास रखते हुए सही दिशा दिखाना चाहिए।'
पूर्व ओपनर ने आगे कहा, 'अगर उसे कड़ी चुनौती दी जाए और मैं जानता हूं कि वो कितना आक्रामक हो सकता है। अगर वो आपको मैच जिताए, तो सभी की जिम्मेदारी बनती है उसे सही दिशा दिखाएं।'
यह भी पढ़ेंं: Ishan Kishan को पहले वनडे से बाहर करने से वेंकटेश प्रसाद को आया गुस्सा, रोहित शर्मा पर जमकर निकाली भड़ास