Sachin Tendulkar Interview: आस्ट्रेलिया में ठंड खत्म हो रही है, धीमे हो सकते हैं विकेट : सचिन तेंदुलकर
Sachin Tendulkar Interview सचिन तेंदुलकर ने कहा की टी20 वर्ल्ड कप जीतने के लिए टीम इंडिया का संयोजन बिल्कुल सही है। वहीं उन्होंने कहा कि बुमराह का टीम में नहीं होना टीम के लिए झटका जरूर है लेकिन अर्शदीप सिंह से काफी उम्मीद है।
By Sanjay SavernEdited By: Updated: Tue, 18 Oct 2022 06:15 AM (IST)
दुनिया में सबसे ज्यादा रन, सबसे ज्यादा शतक बनाने वाले भारतीय दिग्गज सचिन तेंदुलकर का कहना है कि सभी टीमों के पास कुछ महत्वपूर्ण खिलाड़ी होते हैं और टी-20 में सभी खिलाड़ियों से सावधान रहना चाहिए। क्रिकेट के भगवान ने कहा कि आस्ट्रेलिया में ठंड खत्म हो रही है, ऐसे में विकेट धीमे हो सकते हैं। खिलाड़ियों को संभलकर खेलना होगा। टी-20 विश्व कप और भारत की संभावनाओं को लेकर अभिषेक त्रिपाठी ने सचिन तेंदुलकर से विशेष बातचीत की। पेश हैं मुख्य अंश :
-आप आज टी -20 खेल रहे होते तो क्रीज पर किसके साथ बल्लेबाजी करना चाहते?- मेरे सामने जो भी खेल रहा होता था, मुझे अच्छा लगता था क्योंकि जब मैं भारत के लिए खेलता था तो मेरे लिए सिर्फ यह मायने रखता था कि मैं देश का प्रतिनिधित्व कर सकूं। इस दौरान कई खिलाड़ी आए और वे हमेशा नहीं रहते थे मेरे साथ। कोई भी जोड़ीदार हमेशा नहीं रहता था, लेकिन मेरे लिए भारत का प्रतिनिधित्व करना ही बड़ी बात थी।
-टी-20 विश्व कप में टीम इंडिया को कैसे देखते हैं? क्या ये सही संयोजन है?
-संयोजन काफी अच्छा है और ओवरआल यह बहुत सही टीम संयोजन है। टूर्नामेंट जीतने के लिए जो चाहिए हमारे पास वो है।-- आस्ट्रेलिया के बड़े मैदानों की बात होती है। एक बल्लेबाज के लिए क्या सलाह है? वहां कैसे खेलें?
- मैं बल्लेबाजों को यही कहना चाहूंगा कि विकेट कैसी चल रही है उसे देखें और उस हिसाब से खेलें, क्योंकि कभी-कभी विकेट तेज होते हैं और कभी धीमे होते हैं। आस्ट्रेलिया में ठंड खत्म हो रही है, इसलिए विकेट धीमा रहने की संभावना हो सकती है। इन चीजों को देखकर खेलें। हमेशा ऐसा नहीं होता कि पहली ही गेंद से आक्रामक होना है। जब गेंद स्विंग होती है तो उस हिसाब से खेलना पड़ता है और रणनीति भी उस तरह से तय करनी होती है। कभी-कभी बल्लेबाजी में आक्रामक रणनीति बनानी पड़ती है और कभी यह सोच रहती है कि 10 ओवर में ज्यादा विकेट नहीं गंवाएं। अगर पहले 10 ओवर में विकेट नहीं गिरते हैं तो टीम बड़ा स्कोर खड़ा कर सकती है। यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि टीम की मजबूती क्या है और वह किस टीम के विरुद्ध खेल रही है। इन सभी चीजों को देखकर रणनीति तय होती है। ऐसा नहीं होता कि सभी टीमों के विरुद्ध एक समान फार्मूला चल जाता है। आम तौर पर कप्तान सीमा रेखा की लंबाई को देखकतर तय करते हैं कि आफ स्पिनर, लेग स्पिनर या बाएं हाथ के स्पिनर को खिलाएं। स्पिनर को चुनने से पहले आप देखें कि हवा किस दिशा में चल रही है।
-- भारत के लिए एक नया संकट 19वां ओवर बनकर आया है। लक्ष्य का बचाव करते हुए कौन 19वें ओवर के लिए सही गेंदबाज है और क्यों?- विपक्षी टीम को अगर आखिरी के दो ओवर में 38 रन चाहिए होते हैं और आपका सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज 19वें ओवर में अगर सिर्फ 10 रन देता है तो आखिर के ओवर में 28 रन चाहिए होते हैं, लेकिन कई बार उल्टा भी हो जाता है। कभी-कभी आप सोचते हैं कि मैं अपना सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज 20वें ओवर में उतारूंगा और 19वें ओवर में किसी गेंदबाज ने 26 रन लुटा दिए तो सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज के पास भी आखिरी ओवर का दबाव रहता है। यह एक महत्वपूर्ण फैसला होता है कि आप किस वक्त पर कौन सा गेंदबाज भेजते हो।
-हाल के दिनों में भारतीय गेंदबाजों को लक्ष्य का बचाव करने में दिक्कतें हुईं हैं?-कभी-कभी स्थितियां भी होती हैं जिनके कारण गेंदबाजों और टीम को लक्ष्य का बचाव करने में सम्सया आती है। खेल के दौरान स्थितियां बदलती हैं और पीछा करना आसान हो जाता है। जहां पर ओस एक कारक होती है तो वहां पर टास महत्वपूर्ण हो जाता है। मैच के दौरान स्थितियां बदल रही होती हैं। गेंद गीली होने लगती है और आउटफील्ड गीली हो जाती है। ऐसे में लक्ष्य का पीछा करना आसान हो जाता है। ऐसे में पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम को अतिरिक्त रन बनाने पर ध्यान देना चाहिए।
-- पाकिस्तान की टीम कैसी लग रही है। किनसे हमें सावधान रहना होगा? क्या गलतियां हमें नहीं करनी होगी?- पाकिस्तान की टीम भी अच्छी है और मैं तो यही कहूंगा कि सभी खिलाड़ियों से सावधान रहना चाहिए। कोई भी गेंदबाज आकर अच्छी गेंदबाजी कर सकता है और कोई बल्लेबाज बेहतर बल्लेबाजी कर सकता है। सभी टीमों के पास महत्वपूर्ण खिलाड़ी हैं। हमारा ध्यान इस पर होना चाहिए कि हम कौन सी चीज बेहतर कर सकते हैं। गलतियां तो हो सकती हैं, लेकिन दिक्कतों से ज्यादा इस पर ध्यान केंद्रित करें कि हमें क्या अच्छा करना चाहिए, इसका असर नतीजों पर पड़ता है।
-बुमराह के जाने से टीम का नुकसान हुआ?-बुमराह का नहीं होना एक बड़ा नुकसान है और हमें निश्चित तौर पर एक स्ट्राइक गेंदबाज की जरूरत है। अर्शदीप ने काफी संतुलित और प्रतिबद्ध लगते हैं। अगर अर्शदीप के पास कोई योजना है, तो वह उसे पूरा करते हैं। यदि आपके पास कोई योजना है, तो उस पर टिके रहें।
-टीम के पास बाएं हाथ के एक ही बल्लेबाज रिषभ पंत हैं। इसका क्या असर होगा?-बाएं हाथ के बल्लेबाजों का महत्व होता है। जब बाएं और दाएं हाथ का संयोजन होता है तो गेंदबाजों को क्षेत्ररक्षकों को बार-बार बदलना पड़ता है। अगर दोनों स्ट्राइक बदलने में सक्षम हैं तो क्षेत्ररक्षण करने वाली टीम को कठिनाई होती है।