'आईपीएल में नहीं करते थे गलती'... Hardik Pandya की कप्तानी पर उठाए पूर्व भारतीय खिलाड़ी ने कई बड़े सवाल
भारत के पूर्व बल्लेबाज आकाश चोपड़ा ने हार्दिक पांड्या की कप्तानी पर कई तरह के सवाल खड़े किए हैं। आकाश का कहना है कि हार्दिक आईपीएल में एकदम अलग कप्तान नजर आए थे। वहीं भारत की कप्तानी करते हुए हार्दिक की कैप्टेंसी में काफी खामियां नजर आईं। भारत को वेस्टइंडीज के हाथों पांच मैचों की सीरीज में 3-2 से हार का सामना करना पड़ा।
नई दिल्ली, स्पोर्ट्स डेस्क। वेस्टइंडीज के खिलाफ पांच मैचों की टी-20 सीरीज में भारतीय टीम का हाल बेहाल रहा। कैरेबियाई टीम के खिलाफ भारत को पहली बार टी-20 क्रिकेट के इतिहास में पांच मैचों की सीरीज में हार का मुंह देखना पड़ा। हार्दिक पांड्या ने इस सीरीज में अपनी कप्तानी से काफी निराश किया और उनके कई फैसले बेहद चौंकाने वाले हैं। भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज आकाश चोपड़ा भी हार्दिक की कैप्टेंसी से बेहद नाखुश हैं और उन्होंने स्टार ऑलराउंडर के आड़े हाथों लिया है।
आकाश ने लगाई हार्दिक की क्लास
आकाश चोपड़ा ने अपने यूट्यूब चैनल पर बात करते हुए कहा, "उन्होंने (हार्दिक पांड्या) सिर्फ दो सीजन आईपीएल में कप्तानी की और उनकी कैप्टेंसी दोनों ही सीजन में कमाल की रही। जब उन्होंने आईपीएल में कप्तानी की, तो उनका एक क्लियर पैटर्न था। आप पहले से बता सकते थे कि वह क्या करने वाले हैं। एक या दो बार भले ही आप सरप्राइज हुए, लेकिन इसके अलावा उनकी कैप्टेंसी में कोई खामी नजर नहीं आई। शायद वो आशीष नेहरा और हार्दिक की जोड़ी का कमाल था।"
पूर्व ओपनर ने आगे कहा, "हालांकि, जब हार्दिक इंडियन टीम की कप्तानी कर रहे थे, तो काफी अप-डाउन देखने को मिले। कोई भी सेट पैटर्न नहीं था, जो कभी-कभार ठीक है क्योंकि आप विपक्षी टीम को चौंकाना चाहते हैं। यह ठीक है अगर इससे आपकी टीम को फायदा मिल रहा है तो, लेकिन तब क्या जब इस वजह से आपकी टीम के प्लेयर्स तैयार ही नहीं हो पा रहे हैं?"
गेंदबाजों के इस्तेमाल पर उठाए सवाल
आकाश चोपड़ा ने वेस्टइंडीज के खिलाफ टी-20 सीरीज में गेंदबाजों के इस्तेमाल को लेकर भी हार्दिक की जमकर क्लास लगाई। उन्होंने कहा, "युजवेंद्र चहल पावरप्ले में गेंदबाजी करते हुए आधे गेंदबाज बन गए। आप यह नहीं समझ पा रहे थे कि अक्षर पटेल बतौर बल्लेबाज खेल रहे हैं या गेंदबाज या वह क्या कर रहे हैं। मुकेश कुमार सिर्फ डेथ ओवर्स में बॉलिंग कर रहे थे। आप कुछ समय पर नई गेंद से बॉलिंग करते हैं और फिर कुछ मौके पर ऐसा नहीं करते हैं। इससे सिर्फ कन्फ्यूजन बढ़ती है ऐसा मेरा मानना है।"