Bishan Singh Bedi को सपने में भी नजर आता था गांधी ग्राउंड, जानिए क्यों इस मैदान से रहा खास लगाव
पूर्व भारतीय कप्तान बिशन सिंह बेदी की एक आदत लाजवाब थी। वह अपने उसूलों से समझौता नहीं करते थे। पुतलीघर स्थित उनके पैतृक आवास के समीप रहने वाले उनके पड़ोसी व उनके परम मित्र बलबीर सिंह विरदी बताते हैं कि हम दोनों बचपन में ही गली क्रिकेट खेला करते थे। पांच महीने पूर्व बिशन सिंह परिवार सहित अमृतसर के गांधी ग्राउंड में आए थे।
अमृतसर, जागरण संवाददाता। पूर्व भारतीय कप्तान बिशन सिंह बेदी की एक आदत लाजवाब थी। वह अपने उसूलों से समझौता नहीं करते थे। पुतलीघर स्थित उनके पैतृक आवास के समीप रहने वाले उनके पड़ोसी व उनके परम मित्र बलबीर सिंह विरदी बताते हैं कि हम दोनों बचपन में ही गली क्रिकेट खेला करते थे। पांच महीने पूर्व बिशन सिंह परिवार सहित अमृतसर के गांधी ग्राउंड में आए थे।
तब उन्होंने कहा था कि मुझे सपने में गांधी ग्राउंड नजर आता है। आज ग्राउंड को सजदा करने आया हूं। उन्होंने ग्राउंड में खेल रहे बच्चों को गेंदबाजी के गुर भी सिखाए थे। उन्होंने कहा था कि इस ग्राउंड में ऐसे कई खिलाड़ी हैं, जो भविष्य में अपना और देश का नाम पूरी दुनिया में चमकाएंगे।
Bishan Singh Bedi का गांधी ग्राउंड से था खास लगाव
Bishan Singh Bedi बचपन में इसी ग्राउंड में अभ्यास करते थे। अमृतसर के हिंदू कालेज में शिक्षा प्राप्त करने वाले बेदी ने क्रिकेट कोच ज्ञान प्रकाश से इस खेल की बारीकियां सीखी थीं। गांधी ग्राउंड में जब उन्होंने क्रिकेट खेलना शुरू किया, तब वे मदन लाल, मोहिंदर अमरनाथ, सुरिंदर अमरनाथ जैसे कई खिलाड़ियों के साथ अभ्यास करते थे।
बेदी ने अपना टेस्ट डेब्यू 1966 में वेस्टइंडीज के विरुद्ध कोलकाता के ईडन गार्डन में किया था। बेदी ने अपनी स्पिन गेंदबाजी से प्रतिद्वंद्वी टीमों के दिग्गज खिलाडि़यों को ढेर किया। क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद भी बिशन सिंह का खेल से जुड़ाव खत्म नहीं हुआ। वह अमृतसर के गांधी मैदान में कई बार युवा खिलाडि़यों के साथ अपने अनुभव साझा करते थे।