युवा प्लेयर्स को गांठ बांध लेनी चाहिए Bumrah की यह बात! बताया बतौर कप्तान क्या रहता है सबसे बड़ा चैलेंज
आयरलैंड के खिलाफ मिली जीत के बाद कप्तान जसप्रीत बुमराह टीम के प्रदर्शन से बेहद खुश नजर आए। बुमराह ने बताया कि बतौर कप्तान प्लेइंग इलेवन चुनना काफी कठिन काम होता है। आयरलैंड की टीम भारत से मिले 186 रन के लक्ष्य के जवाब में 8 विकेट खोकर सिर्फ 152 रन ही बना सकी। टीम की ओर से एंड्रयू बालबर्नी ने सर्वाधिक 72 रन की पारी खेली।
नई दिल्ली, स्पोर्ट्स डेस्क। डबलिन में खेले गए दूसरे टी-20 मुकाबले में भारतीय टीम की पिक्चर सुपरहिट रही। जसप्रीत बुमराह की कप्तानी में टीम इंडिया ने एकतरफा अंदाज में आयरलैंड को 33 रन से हार का स्वाद चखाया। इस जीत के साथ ही टीम इंडिया ने तीन मैचों की सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त भी हासिल कर ली है। सीरीज पर कब्जा जमाने के बाद जसप्रीत बुमराह ने प्लेइंग इलेवन चुनने को बतौर कप्तान सबसे बड़ा चैलेंज बताया।
जीत के बाद क्या बोले बुमराह?
आयरलैंड के खिलाफ दूसरी टी-20 में मिली जीत के बाद जसप्रीत बुमराह ने कहा, "काफी अच्छा लग रहा है। आज मैं अच्छे से दौड़ पा रहा था और पहले के मुकाबले तेज गेंदबाजी कर रहा था। हम बोर्ड पर पहले रन लगाना चाहते थे और हमने सोचा था कि पिच आगे चलकर धीमी हो जाएगी। पिच दूसरी पारी में धीमी हुई भी। कभी-कभार आपके लिए प्लेइंग इलेवन चुनना काफी मुश्किल हो जाता है, क्योंकि सभी कॉन्फिडेंट नजर आते हैं और नेट्स में अच्छा प्रदर्शन भी कर रहे होते हैं। एक कप्तान के तौर पर मैं इससे ज्यादा और कुछ उम्मीद नहीं कर सकता हूं।"
युवा खिलाड़ियों के लिए बुमराह की सीख
बुमराह ने आगे कहा, "हम सभी का भारत के लिए खेलना का एक जैसा सपना होता है और मैं एक्सपेक्टेशन के बारे में ज्यादा नहीं सोचता हूं। अगर आप इस भार के साथ खेलेंगे, तो आप दबाव में रहेंगे। आपको उम्मीदों का बोझ एक तरफ रखना होगा और इसको मैनेज करना सीखना होगा। वापसी करके काफी खुश हूं।"
रुतुराज ने खेली सूझबूझ भरी पारी
इससे पहले टॉस हारकर बैटिंग करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही। यशस्वी जायसवाल 18 रन बनाकर चलते बने, तो तिलक वर्मा सिर्फ एक रन बनाकर पवेलियन लौटे। हालांकि, इसके बाद संजू सैमसन ने रुतुराज गायकवाड़ के साथ मिलकर तीसरे विकेट के लिए अर्धशतकीय साझेदारी निभाई। संजू 26 गेंदों में 40 रन बनाकर आउट हुए, तो रुतुराज गायकवाड़ अर्धशतक पूरा करने के बाद 58 रन पर पवेलियन लौटे।
रिंकू-शिवम ने मचाई तबाही
आखिरी के ओवरों में रिंकू सिंह और शिवम दुबे ने मोर्चा संभाला और जमकर तबाही मचाई। रिंकू ने सिर्फ 21 गेंदों पर 180 के स्ट्राइक रेट से खेलते हुए 38 रन बनाए, तो दुबे 22 रन बनाकर नाबाद रहे। रिंकू-शिवम की जोड़ी ने आखिरी के दो ओवर में 42 रन कूटे, जिसके चलते भारतीय टीम स्कोर बोर्ड पर 185 रन लगाने में सफल रही।