147 साल के टेस्ट इतिहास में कुल 8 बार बिना गेंद फेंके मैच हुए रद, एक ही तारीख को भारत-पाकिस्तान बने हैं शिकार
ग्रेटर नोएडा में आयोजित अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच एकमात्र टेस्ट मैच बारिश और गीली आउट फील्ड के चलते नहीं खेला जा सका। अंपायर ने मैच रद करने की घोषणा की। टेस्ट के 147 साल के इतिहास में आठवां ऐसा मामला था जब बिना एक भी गेंद फेंके टेस्ट मैच को रद करना पड़ा है। इससे पहले सात बार ऐसा हो चुका है।
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच एकमात्र टेस्ट मैच बारिश की भेंट चढ़ गया। ग्रेटर नोएडा में हुई लगातार बारिश और खराब आउट फील्ड के चलते मैच में एक भी गेंद नहीं फेंकी जा सकी और मैच को रद कर दिया गया। टेस्ट के 147 साल के इतिहास में आठवां ऐसा मामला था, जब बिना एक भी गेंद फेंके टेस्ट मैच को रद करना पड़ा है।
बिना एक भी गेंद फेंके टेस्ट मैच का रद होना बहुत ही दुर्लभ है। युद्ध और महामारी के कारण रद हुए मैच को छोड़कर, ऐसा पहले केवल सात बार हुआ है, जब बिना एक भी गेंद फेंके टेस्ट मैच को रद किया गया है। ग्रेटर नोएडा में अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड का मैच रद होने वाला आठवां मामला था। आइए जानतें हो उन सात मैचों के बारें जो इससे पहले रद हुए हैं।
इंग्लैंड बनाम ऑस्ट्रेलिया, ओल्ड ट्रैफर्ड, 1890
इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच आखिरी टेस्ट मैच तीन दिनों तक हुई बारिश की भेंट चढ़ गया था। इस मैच में टॉस तक नहीं हो पाया था। इंग्लैंड ने तीन टेस्ट मैच की सीरीज को 2-0 से अपने कब्जे में की थी। खास बात है कि उन दिनों टेस्ट मैच तीन दिन का होता था।इंग्लैंड बनाम ऑस्ट्रेलिया, ओल्ड ट्रैफर्ड, 1938
मैनचेस्टर में लगभग आधी सदी बाद एक बार फिर से मैच खेला गया। टीमें वही थीं, हालांकि अब तक टेस्ट मैच चार दिवसीय हो चुके थे। इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच एशेज सीरीज का तीसरा टेस्ट मैच खराब मौसम के कारण रद कर दिया। इस मैच में भी टॉस नहीं हो सका।
ऑस्ट्रेलिया बनाम इंग्लैंड, मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड, 1970
इस बार ऑस्ट्रेलिया में बारिश ने कहर बरपाया। अब टेस्ट मैच पांच दिवसीय हो गए थे। इंग्लैंड ने टॉस के समय गेंदबाजी करने का फैसला किया, लेकिन जब टीमें मैदान पर उतरने वाली थीं, तभी बारिश शुरू हो गई और मेलबर्न में लगातार तीन दिनों तक बारिश होती रही। हालांकि फैंस के लिए पांचवें दिन 60-60 ओवर का मैच खेला गया।न्यूजीलैंड बनाम पाकिस्तान, डुनेडिन, 1989
तीन टेस्ट मैचों की सीरीज की शुरुआत खराब रही। डुनेडिन टेस्ट के पहले दो दिनों में भारी बारिश के कारण तीसरे दिन मैच को रद कर दिया गया। हालांकि, टेस्ट के निर्धारित चौथे दिन स्थिति में सुधार होने के बाद, दोनों कप्तान जॉन राइट और इमरान खान ने एकदिवसीय मैच खेलने पर सहमति जताई।