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इंग्लैंड पर पड़ा अपना ही दांव भारी, धर्मशाला में लाज भी नहीं बचा सके अंग्रेज; इन 5 कारणों के चलते टूटा टेस्ट सीरीज जीतने का सपना

भारत ने इंग्लैंड को पांचवें टेस्ट मैच में एक पारी और 64 रन से हराया। दूसरी इनिंग में इंग्लिश टीम महज 195 रन बनाकर ऑलआउट हुई। आर अश्विन ने अपने 100वें टेस्ट मैच में शानदार गेंदबाजी करते हुए दूसरी पारी में 5 और मैच में कुल 9 विकेट झटके। इंग्लैंड की बैजबॉल अप्रोच की भारत में जमकर धज्जियां उड़ीं। कप्तान बेन स्टोक्स भी बुरी तरह से फ्लॉप रहे।

By Shubham Mishra Edited By: Shubham Mishra Updated: Sat, 09 Mar 2024 03:54 PM (IST)
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IND vs ENG: इंग्लैंड ने 1-4 से गंवाई टेस्ट सीरीज।
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। धर्मशाला में इंग्लिश टीम अपनी लाज बचाने में भी नाकाम रही। सीरीज के पांचवें टेस्ट मैच को टीम इंडिया ने एक पारी और 64 रन से अपने नाम किया। दूसरी इनिंग में आर अश्विन की घूमती गेंदों के आगे इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने पूरी तरह से घुटने टेक दिए और पूरी टीम 195 रन पर ढेर हो गई।

बैजबॉल अप्रोच के दम पर बेन स्टोक्स का भारत की धरती पर टेस्ट सीरीज जीतने का सपना भी चकनाचूर हो गया। आइए आपको बताते हैं किन पांच कारणों के चलते इंग्लैंड को 4-1 से गंवानी पड़ी टेस्ट सीरीज।

1. अपना ही दांव पड़ा भारी

बैजबॉल अप्रोच के दम पर इंग्लैंड ने वर्ल्ड क्रिकेट में सनसनी फैला रखी थी। बेन स्टोक्स की अगुआई में जब इंग्लिश टीम भारत पहुंची, तो अंग्रेजों को यह भरोसा था कि इस अप्रोच के दम पर वह भारत का किला भी भेदने में सफल रहेंगे।

हालांकि, टीम की यह अप्रोच उन पर भारी पड़ गई। तेजी से रन बनाने के चक्कर में इंग्लैंड के बल्लेबाज हर टेस्ट मैच में अपना विकेट फेंककर पवेलियन लौटे, जिसका खामियाजा स्टोक्स एंड कंपनी को भुगतना पड़ा।

2. विकेट के लिए तरसे तेज गेंदबाज

इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों का इस टेस्ट सीरीज में बुरा हाल रहा। जेम्स एंडरसन की भारतीय बल्लेबाजों ने जमकर धुनाई की। एंडरसन सीरीज में विकेट के लिए तरसते हुए नजर आए। वहीं, मार्क वुड और ओली रोबिन्सन भी उम्मीदों पर खरे नहीं उतर सके।

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3. स्टोक्स की कप्तानी ने डुबाई लुटिया

दुनियाभर में अपनी कप्तानी से वाहवाही लूटने वाले बेन स्टोक्स बतौर कप्तान भारत में बुरी तरह से फेल रहे। स्टोक्स ना तो गेंदबाजों का सही तरह से इस्तेमाल कर सके और उनकी रणनीति भी हर किसी की समझ से परे नजर आई। कप्तानी के साथ-साथ स्टोक्स ने अपनी बल्लेबाजी से भी खासा निराश किया।

4. हाथ आए मौके नहीं भुना सके अंग्रेज

इंग्लैंड की टीम ने टेस्ट सीरीज का आगाज धमाकेदार जीत के साथ किया था। इसके बाद टीम को अगले चार टेस्ट मैचों में लगातार हार का मुंह देखना पड़ा। हालांकि, हर टेस्ट मुकाबले में इंग्लैंड के पास मैच में दबदबा बनाने के कई मौके आए, लेकिन वह उसे भुनाने में नाकाम रहे। टीम के बैटर्स अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में तब्दील करने में नाकाम रहे, तो गेंदबाज साझेदारी को तोड़ने में असफल रहे।

5. बल्लेबाजों ने किया निराश

इंग्लैंड के बल्लेबाज इस टेस्ट सीरीज में औंधे मुंह गिरे। जो रूट और ओली पोप को छोड़कर टीम का कोई भी बैटर सीरीज में एक भी शतक नहीं लगा सका। बेन स्टोक्स बल्ले से बुरी तरह फेल रहे, तो यही हाल जॉनी बेयरस्टो का रहा। पोप का बल्ला पहले टेस्ट में बोला, लेकिन इसके बाद वह रनों के लिए तरसते हुए नजर आए।