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CSK के पूर्व तेज गेंदबाज ने किया संन्यास का ऐलान, छोड़ी सभी प्रकार की क्रिकेट

Yo Mahesh Retirement News तमिलनाडु के ऑलराउंडर और दो आइपीएल टीमों से खेल चुके यो महेश (Yo Mahesh) ने सभी प्रकार की क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है। रविवार 20 दिसंबर 2020 को उन्होंने क्रिकेट की दुनिया को अलविदा कहा है।

By Vikash GaurEdited By: Updated: Mon, 21 Dec 2020 08:52 AM (IST)
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यो महेश ने संन्यास ले लिया है। (फोटो ट्विटर Yo Mahesh)
नई दिल्ली, जेएनएन। तमिलनाडु के ऑलराउंडर और दो आइपीएल टीमों से खेल चुके भारतीय क्रिकेटर यो महेश (Yo Mahesh) ने रविवार 20 दिसंबर 2020 को क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास का ऐलान कर दिया। यो महेश ने अपना आखिरी प्रतिस्पर्धी मैच सितंबर 2018 में खेला था, जब वे विजय हजारे ट्रॉफी में असम के खिलाफ खेलने उतरे थे। हालांकि, इसके बाद वे तमिलनाडु प्रीमियर लीग में पिछले साल खेले, लेकिन इसके बाद से उनको मौका नहीं मिला।

21 दिसंबर 2020 को 33 साल के हुए यो महेश ने 2006 से 2018 तक 50 प्रथम श्रेणी, 61 लिस्ट ए और 46 टी20 मैच खेले हैं, लेकिन उनको भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करने का मौका नहीं मिला है। हालांकि, दो बार उनको आइपीएल खेलने का मौका जरूर मिला, लेकिन वे इन मौकों को ज्यादा भुना नहीं पाए थे। 18 आइपीएल मैचों में उन्होंने कुल 21 विकेट हासिल किए हैं। यो महेश को दिल्ली डेयरडेविल्स (अब दिल्ली कैपिटल्स) और चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेलने का मौका मिला था।

महेश द्वारा ने अपने रिटायरमेंट का ऐलान करते हुए लिखा है, "मैं बीसीसीआइ का शुक्रिया अदा करता हूं जिसने मुझे अंडर-19 और इंडिया-ए के स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करने का मौका दिया। यह मेरे लिए सम्मान की बात रही है। मैं पूरे गर्व के साथ इसे अपने करियर का सबसे अच्छा समय कहता हूं।"

उन्होंने आगे कहा, "मेरी दो आइपीएल टीमें- चेन्नई और दिल्ली का भी मेरे पर विश्वास दिखाने और मुझे महान खिलाड़ियों के साथ ड्रेसिंग रूम साझा करने का मौका देने के लिए शुक्रिया। आखिरी के पांच साल मैं चोटों से परेशान रहा, लेकिन मैं इंडिया सीमेंट्स का मेरा साथ देने के लिए भी शुक्रिया कहना चाहता हूं। मैं अपने राज्य तमिलनाडु क्रिकेट संघ का भी मुझे 14 साल की उम्र से निखारने के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं।"

यो महेश ने साल 2006 में बंगाल के खिलाफ अपना प्रथम श्रेणी पदार्पण किया था। 2008 में आइपीएल के पहले सीजन में उन्होंने दिल्ली की टीम से खेलते हुए 16 विकेट लिए थे। उन्होंने अपने करियर का अंत सभी प्रारूपों में 253 विकेटों के साथ किया है। प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उन्होंने 1000 रन भी बनाए हैं।