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IND vs BAN 2nd Test: उन्‍नाव की मिट्टी से तैयार की गई ग्रीनपार्क की पिच, बदलते तापमान में हर दिन बदलेगी रुख

ग्रीनपार्क स्टेडियम में भारत बनाम बांग्लादेश के बीच 27 सितंबर से शुरू हो रहे टेस्ट मैच का रोमांच उन्नाव की मिट्टी से बनी पिच पर निर्भर रहेगा। स्टेडियम में अब तक खेले गए अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों का आयोजन यहीं से लाई हुई विशेष प्रकार की मिट्टी से बनी पिच पर हुआ है। बेहतर क्ले कंटेंट क्षमता वाली मिट्टी टेस्ट मैच के लिए सर्वोत्तम मानी जाती है।

By Jagran News Edited By: Rajat Gupta Updated: Mon, 23 Sep 2024 08:23 PM (IST)
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ग्रीन पार्क में खेला जाएगा दूसरा टेस्‍ट। इमेज- सोशल मीडिया

 अंकुश शुक्ल, जागरण कानपुर: ग्रीनपार्क स्टेडियम में भारत बनाम बांग्लादेश के बीच 27 सितंबर से शुरू हो रहे टेस्ट मैच का रोमांच उन्नाव की मिट्टी से बनी पिच पर निर्भर रहेगा। स्टेडियम में अब तक खेले गए अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों का आयोजन यहीं से लाई हुई विशेष प्रकार की मिट्टी से बनी पिच पर हुआ है।

बेहतर क्ले कंटेंट क्षमता वाली मिट्टी टेस्ट मैच के लिए सर्वोत्तम मानी जाती है। जो गेंदबाजों के साथ बल्लेबाजों के मुफीद रहती है। स्टेडियम में अभ्यास और मुख्य मैदान की सभी 19 पिचों का निर्माण इसी मिट्टी से किया गया है। वर्तमान मौसम व धूप के कारण विकेट के ड्राई रहने से स्पिन गेंदबाजों को मदद मिल सकती है।

तेज गेंदबाजों को मिल सकती मदद

वहीं, अगर वर्षा की स्थिति बनी तो पिच नमी के कारण तेज गेंदबाजों की मददगार हो जाएगी। जिससे मैच के परिणाम में असर पड़ेगा। ग्रीनपार्क स्टेडियम में अभी तक खेले गए 15 एकदिवसीय, 23 टेस्ट, एक टी-20 और चार आईपीएल मुकाबले उन्नाव से लाई गई विशेष प्रकार की काली मिट्टी से बनी पिच पर खेले गए हैं।

उन्‍नाव से आती है काली मिट्टी 

बीसीसीआई के कंसल्टेंट क्यूरेटर शिव कुमार ने बताया कि उन्नाव जिले के काशीराम नगर स्थित जिस खेत से विशेष प्रकार की काली मिट्टी आती है। पिच क्यूरेटर के मुताबिक, काली मिट्टी में क्ले, सैंड, सिल्ट, एलास्टिसिटी, स्वेलिंग, स्रिंकिंग, आर्गेनिक मैटर मानक के मुताबिक मिलते हैं।

उन्नाव की मिट्टी में 70 प्रतिशत से अधिक क्ले और बालू की मात्रा एक प्रतिशत तक ही है। जिसके कारण इससे बनी पिच पर घास लंबे समय तक टिकी रहती है और पिच पर नमी के कारण गेंदबाजों को मदद मिलती है। जबकि धूप में पिच के सख्त हो जाने से बल्लेबाजों के लिए यह पिच मददगार हो जाती है।

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वर्षा और तेज धूप बदलेगी पिच का रुख

क्यूरेटर के मुताबिक, स्टेडियम में वर्ष 2021 में खेला गया भारत और न्यूजीलैंड के बीच टेस्ट मैच पांचवें दिन अंतिम गेंद तक चला था। ग्रीनपार्क की विकेट टेस्ट के लिए आदर्श विकेट है, जो शुरुआती दो दिन के पहले सत्र में तेज गेंदबाज, इसके बाद बल्लेबाज और चौथे दिन के अंतिम सत्र से पांचवें दिन तक स्पिनरों की मददगार हो जाती है।

मौसम विज्ञानी के मुताबिक, 27 और 28 को हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। ऐसे में पिच पर नमी होने से तेज गेंदबाजों को अतिरिक्त मदद मिल सकती है।

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