Move to Jagran APP

ICC New Rules: एक अक्टूबर से बदल जाएंगे क्रिकेट के ये नियम, जानें किसे होगा फायदा

ICC Cricket New Rules एमसीसी द्वारा सुझाए गए नियमों पर चर्चा करने के बाद आइसीसी ने क्रिकेट के नए नियमों को लागू करने की घोषणा कर दी है। ये नियम 1 अक्टूबर से लागू हो जाएंगे जिसमें कई बल्लेबाजों और गेंदबाजों के लिए फायदे की बात है।

By Sameer ThakurEdited By: Updated: Tue, 20 Sep 2022 12:10 PM (IST)
Hero Image
ICC Rules Changes: 1 अक्टूबर से बदल जाएंगे यह नियम (डिजाइन फोटो)
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। एक अक्टूबर से क्रिकेट के कई नियम बदल जाएंगे। इस बात की घोषणा इंटरनेशल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने कर दी है। आइसीसी ने यह घोषणा सौरव गांगुली की अगुवाई वाली मुख्य कार्यकारी समिति (सीईसी) द्वारा एमसीसी द्वारा दी गई सिफारिशों पर मंथन करने के बाद किया जिसमें एमसीसी के 2017 के कानूनों के तीसरे संस्करण पर चर्चा की गई थी। इन सिफारिशों को महिला क्रिकेट समिति के साथ भी साझा किया गया था।

एक अक्टूबर से लागू होंगे नए नियम

गेंदबाजों द्वारा गेंद में सलाइवा(लार) लगाने संबंधी नियम-

कोरोना महामारी को देखते हुए गेंद पर सलाइवा लगाने पर रोक लगाई गई थी। लेकिन इतने दिनों में पाया गया कि इससे गेंदबाजों के स्विंग में कोई फर्क नहीं पड़ता है इसलिए सलाइवा के इस नियम को 1 अक्टूबर से हमेशा के लिए लागू कर दिया जाएगा।

कैच आउट के बाद नए बैटर द्वारा स्ट्राइक लेने संबंधी नियम

नए नियम के तहत यदि कोई बल्लेबाज कैच आउट होता है तो जो नया बल्लेबाज आएगा वो ही स्ट्राइक लेगा तब तक जब तक की ओवर न हुआ हो। पहले ऐसा होता था कि यदि कैच के दौरान बल्लेबाज ने रन लेने के प्रयास में एक दूसरे को क्रास कर लिया तो नया बल्लेबाज नान स्ट्राइकर पर चला जाता था। इस नियम को गेंदबाजों के विरुद्ध माना जाता था। बदलाव के बाद ये गेंदबाजों को राहत देगा।

नए बल्लेबाज के मैदान पर आने की समयसीमा -

विकेट गिरने के बाद आने वाले बल्लेबाज को अब टेस्ट और एकदिवसीय मैचों में दो मिनट के भीतर स्ट्राइक लेने के लिए तैयार होना होगा, जबकि टी20I में नब्बे सेकंड की मौजूदा सीमा लागू रहेगी।

गेंद को खेलने का स्ट्राइकर का अधिकार-

इसके तहत बल्ले या व्यक्ति के कुछ हिस्से को पिच के भीतर रहने की आवश्यकता होगी। अगर वे इससे आगे निकल जाते हैं, तो अंपायर कॉल करेगा और डेड बॉल का संकेत देगा। कोई भी गेंद जो बल्लेबाज को पिच छोड़ने के लिए मजबूर करेगी, उसे भी नो बॉल कहा जाएगा।

फील्डिंग साइड द्वारा अनफेयर मूवमेंट-

गेंदबाजी करने के दौरान फील्डिंग साइड द्वारा अनफेयर मूवमेंट को अब अंपायर डेड बॉल कॉल के अलावा, बल्लेबाजी पक्ष को पांच पेनल्टी रन दे सकता है।

डिलीवरी से पहले स्ट्राइकर के छोर की ओर रन आउट का प्रयास:

यदि बॉल फेंकने से पहले नॉन स्ट्राइकर क्रीज छोड़ आगे बढ़ जाता है तो वह बल्लेबाज को रन आउट कर सकता था लेकिन अब इसे डेड बॉल कहा जाएगा।

कुछ अन्य बदलाव जो लागू होंगे

इन बड़े नियमों के अलावा जनवरी 2022 में T20I क्रिकेट में लाए गए पेनेल्टी नियम को अब वनडे मैचों में भी लागू किया जाएगा। हालांकि वनडे मैचों में यह नियम वर्ल्ड कप 2023 के बाद लागू किया जाएगा। इस नियम के तहत फील्डिंग साइड को तय समससीमा के अंदर अपने ओवर पूरे करने होते हैं। ऐसा न करने पर उन्हें 30 यार्ड सर्कल में एक अतिरिक्त खिलाड़ी रखना होता है। यानि आखिरी ओवरों में 30 यार्ड सर्कल में 4 की जगह 5 खिलाड़ियों को रखना होता है।

इसके अलावा यह भी निर्णय लिया गया है कि सभी मेंस और वुमेंस के एकदिवसीय और टी20I मैचों के लिए खेलने की शर्तों में संशोधन किया जाएगा, ताकि दोनों टीमों द्वारा सहमत होने पर हाइब्रिड पिचों का उपयोग किया जा सके। वर्तमान में, हाइब्रिड पिचों का उपयोग केवल महिला T20I मैचों में ही किया जा सकता है।